- जिला प्रशासन की पहल, चार दिनों में 200 फीसद से पार किया उत्पादन

PATNA: पटना में मंगलवार को रिकॉर्ड 5358 ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की गई। बीते चार दिनों के भीतर राजधानी में ऑक्सीजन के उत्पादन और वितरण की मात्रा करीब 200 फीसद से पार कर गई। मंगलवार को भी पटना के तीनों ऑक्सीजन प्लांटों में 45 टन तरल ऑक्सीजन की आपूर्ति जिला प्रशासन ने झारखंड से कराई है। पटना में इतनी मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर का उत्पादन पहली बार संभव हुआ है। इसके लिए 16 अप्रैल से तरल ऑक्सीजन झारखंड के बोकारो और जमशेदपुर से मंगाई जा रही है। उपविकास आयुक्त रिची पांडेय की देखरेख में पटना के तीन और नालंदा जिले के एक प्लांट से राजधानी क्षेत्र के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन का प्रबंध किया जा रहा है।

तीन शिफ्टों में फिलिंग

डीएम डॉ। चंद्रशेखर सिंह के आदेश पर अब पटना के तीनों प्लांट में तीन शिफ्टों में ऑक्सीजन सिलेंडर का फिलिंग और आपूर्ति की जा रही है। अप्रैल के प्रथम सप्ताह तक पटना में औसत प्रतिदिन 2200 ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की जा रही थी। कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ हाई फ्लो ऑक्सीजन खपत बढ़ने के बाद 14 अप्रैल को त्राहिमाम मच गया था। जिला प्रशासन ने समय रहते झारखंड से तरल ऑक्सीजन 16 अप्रैल से आपूर्ति शुरू कराई है। जिला प्रशासन कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर उत्पाद लक्ष्य बढ़ाकर 6500 सिलेंडर करने का प्रयास में है।

प्लांट में शिफ्ट बदलने और तरल ऑक्सीजन का टैंक खाली होने के समय उत्पादन में थोड़ी कमी आती है। वैसे प्रति घंटे 100 ऑक्सीजन सिलेंडर उत्पादन क्षमता है। तीनों प्लांट एक घंटे में 300 ऑक्सीजन सिलेंडर फिलिंग कर सकते हैं। व्यवहारिक रूप से क्षमता का 90 फीसद तक उत्पादन होने पर 6500 सिलेंडर 24 घंटे में फिलिंग करने का लक्ष्य रखा गया है।

-रिची पांडेय, उपविकास आयुक्त