PATNA/ BUXAR: गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी से स्थिति गंभीर होती जा रही है। बक्सर में गंगा खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच गई है। वहीं, कर्मनाशा व ठोरा जैसी सहायक नदियां भी उफान पर है। इससे जिले के तमाम निचले इलाकों के लिए भारी खतरे के हालात बनते जा रहे हैं। देश के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी वर्षा से गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है।

विगत कई दिनों से जलस्तर बढ़ने की रफ्तार लगातार बनी हुई है और धीरे-धीरे बक्सर में जलस्तर खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच गया है। इस बीच जिले के सदर प्रखंड समेत चौसा प्रखंड के तटवर्ती कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस जाने की सूचना है जिसको ले ग्रामीणों द्वारा उंचे स्थानों की ओर पलायन करने की तैयारियां जारी हैं। इस संबंध में केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जनकारी के अनुसार विगत तीन दिनों से गंगा लगातार ख् से.मी। प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रही है। शुक्रवार को थोड़ी देर के लिए रफतार में कमी जरूर आयी थी पर यह क्षणिक ही साबित हुआ और पुन: रफ्तार बढ़ गयी है। इस दौरान सुबह 8 बजे जलस्तर भ्9.9भ् मीटर दर्ज किया गया था जबकि, अपराह्न फ् बजे भ्9.97 मीटर दर्ज किया गया है। इस दौरान जलस्तर बढ़ने की रफ्तार क् से.मी। पर बनी हुई है।

तटबंध पर नहीं कोई खतरा

बक्सर कोईलवर तटबंध के बारे में विभाग के एसडीओ योगेंद्र पंडित से प्राप्त जानकारी के अनुसार तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है और फिलहाल गंगा के बढ़ते जलस्तर का इस पर कोई असर पड़ने के संकेत नहीं हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोपहर के बाद इलाहाबाद में गंगा के जलस्तर में कमी दर्ज की जा रही है जबकि वाराणसी में जलस्तर दोपहर बाद स्थिर पाये जाने के संकेत मिले हैं।

प्रशासन स्थिति पर बराबर नजर रखे हुए है और बाढ़ प्रमंडल के अधिकारी लगातार चौकसी कर रहे हैं। अधिकारियों की तरफ से अभी खतरे का संकेत नहीं है। अधिकारियों से सूचना प्राप्त होते ही जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया जायगा।

-गौतम कुमार, एसडीओ, बक्सर