पटना (ब्यूरो)। लगातार बढ़ रहे तापमान से पटनाइट्स परेशान हैं.तपिश के चलते लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। लोग गर्मी से बचने के लिए पेयपदार्थों का सेवन कर रहे हैं। उधर, इस भीषण गर्मी में पालतू जानवर भी परेशान हो रहे हैं। उनकी जान पर आफत बन आई है.तेजी से पालतू जानवर बीमार हो रहे हैं । गर्मी से छोटे- बड़े सभी जानवर परेशान हो रहे हैं.जानवरों में उसके लक्षण उल्टी,बुखार आदि का होना है। इस उमस भरे मौसम में पेट्स में हीट स्ट्रेस समेत कई अन्य बीमारियां पैदा हो रही है। जो उनके लिए जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। जैसे-जैसे टेंप्रेचर ऊपर जाता है, उसका असर जानवरों के बॉडी में हीट स्ट्रेस के रूप में होता है। पालतू जानवर की बात करें तो डॉगी में ये हीट स्ट्रेस ज्यादा प्रभाव डालता है। अगर आपका डॉगी हांफ रहा है या उसे उल्टी आ रही है या जुकाम, सूखी-खांसी ,बुखार या फिर उसका यूरिन बंद है.तो अलर्ट हो जाएं, क्योंकि ये लक्षण बताते हैं कि आपके पेट्स को हीट-स्ट्रेस ने जकड़ लिया है.पशु चिकित्सक बताते हैं कि इस गर्मी में डॉगी को उल्टी,डायरिया, हाई फीवर की शिकायत ज्यादा होती है। इस दौरान उन्हें ठंडे माहौल में रखें। खाने में दही का प्रयोग करें.अगर आपका डॉगी सुस्त हो गया है तो उसे डॉक्टर से जरूर दिखाए.क्योंकि इस भीषण गर्मी में आपके चहेते डॉगी को हेमरेज का खतरा भी बढ़ जाता है.इस दौरान डॉगी प्रेमी अपने बीमार पालतू जानवर को लेकर बिहार वेटनरी कॉलेज में इलाज कराने पहुंच रहे हैं, जहां उनका समुचित उपचार किया जा रहा ।

गर्मी में डॉगी का रखें ख्याल
गर्मी अधिक होने पर गंदी जगहों पर नहीं रखें.अपने डॉगी को ज्यादा देर बांध के ना रखें इससे वो आक्रमण हो सकता है। समय-समय पर ओ.आर.एस और विटामिन देते रहें। डॉगी को खुले, सूखे व ठंडे स्थान पर रखें, संभव हो तो उसे एयरकंडीशन्ड जगह में रखें। ज्यादा गर्म व हैवी खाना न दें, हफ्ते में अधिकतम दो बार चिकिन व मीट ही खिलाएं। अगर पेट्स ठंडा पीता है तो उसे ठंडा पानी ही पिलाएं.हफ्ते में अधिकतम दो बार नहलाएं। खाने में दही ऐड करें, कुत्ते को दोपहर में बाहर न जानें दें। इस संबंध में पशुप्रेमी विराट ने बताया कि इस तपिश भरी गर्मी में हमलोगों को जीना मुहाल है ऐसे में जानवरों का क्या हाल होगा.मैं अपने डॉगी(ईला) को इलाज के लिए लाया हूँ.उसे बुखार है.डॉक्टर ने उसे ठंडी जगह पर रखने के लिए कहा है और शांत माहौल में रखने के लिए बोले हैं। वहीं एक अन्य पशुप्रेमी बीरबल ने बताया कि मेरे यहां करीब 10 वषों से डॉगी है.गर्मी में हम अपने डॉगी का खास ख्याल रखते हैं.ज्यादा गर्मी पडऩे पर उसे ग्लूकोज, ओआरएस देते हैं। उसे एसी में रखते हैं ताकि वो आक्रमण ना हो.इधर, जूनियर वेटनरी ऑफिसर डॉ। जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि हमारे यहां रोजाना करीब 10 से 15 केस आते हैं.जिनमें उल्टी,डायरिया, हाई फीवर की शिकायत ज्यादा होती है। कुत्तों में पसीना निकलने वाला ग्रंथि नहीं होती है, जिसके कारण उसके शरीर का तापमान बैलेंस नहीं हो पाता है और गर्म रहता है। गर्मी में प्यास ज्यादा लगती है। इसीलिए वो पूरा दिन हांफता है.जमीन गर्म होने से कुत्तों के पैर का तलवा भी जलता है और पैर में छाले पड़ जाते हैं।