-जूनियर डॉक्टरों ने कमरे में बंद होकर बचाई अपनी जान

PATNA: एनएमसीएच में बुधवार की तड़के करीब चार बजे एक कोरोना पेशेंट की मौत के बाद उनके परिजनों ने जमकर तोड़फोड़ की। वारदात सुबह चार बजे सर्जरी वार्ड में हुई। तोड़फोड़ करने के बाद यहां तैनात जूनियर डॉक्टरों ने खुद को कमरे में बंद कर अपनी जान बचाई। घटना के वक्त न तो कोई सुरक्षाकर्मी थे और न ही ऐसी कोई व्यवस्था थी जिससे तत्काल इस घटना की सूचना दी जा सके। मृतक के परिजन इतने आक्रोशित थे कि ऑक्सीजन के स्टोर में और डॉ वीके गुप्ता के चैंबर में भी तोड़फोड़ की गई। इस दौरान परिजनों ने मौके पर तैनात डॉक्टरों के साथ गाली-गलौज भी की। कुछ देर के लिए ऑक्सीजन गैस की सप्लाई को बाधित किया गया। लेकिन इसे फिर से चालू किया गया।

इलाज में लापरवाही का आरोप

एनएमसीएच के सूत्रों ने बताया कि तड़के चार बजे यहां एडमिट पेशेंट अंजू देवी की मौत हो गई। उनके परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। अंजू देवी बाढ़ के एनटीपीसी थाना क्षेत्र की रहने वाली थी। उन्हें 27 अप्रैल की रात करीब पौने 12 बजे एडमिट किया गया था। उसे सांस लेने में परेशानी थी। उनके साथ उनका बेटा भी आया था। उसने मां की तबियत बिगड़ते देख आग्रह किया। लेकिन डॉक्टर्स फोन पर ही व्यस्त रहे। इससे लोग आक्रोशित हो उठे थे।

जूनियर डॉक्टर फिर स्ट्राइक पर

इस घटना के बाद से कोरोना पेशेंट के इलाज में तैनात पीजी डॉक्टर्स ने दोपहर करीब एक बजे कार्य बहिष्कार की घोषणा कर दी। इसके बाद से दिनभर पेशेंट केयर के लिए मेडिकल स्टाफ की कमी हो गई। तब सीनियर डॉक्टरों ने इलाज की कमान संभाली। हालांकि तोड़फोड़ की घटना सर्जरी वार्ड की है लेकिन कार्य बहिष्कार के बाद से इसका असर हर वार्ड में दिखा।

झूठा साबित हुआ निर्देश

ज्ञात हो कि इससे पहले 23 और 24 अप्रैल को भी डॉक्टरों के साथ मारपीट की घटना हुई थी। इसे लेकर डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने 24 अप्रैल को सुपरिटेंडेंट और एसएसपी की उपस्थिति में मीटिंग की थी। जिसमें डॉक्टरों की सुरक्षा के पुलिस कर्मी हर शिफ्ट में 20 की संख्या में तैनात करने का निर्णय लिया गया था। लेकिन बुधवार की तड़के हुई घटना ने इस व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी।

जब तक सुरक्षा नहीं तब तक काम पर हमलोंग नहीं लौटेंगे। हमलोंगों ने एनएमसीएच प्रशासन को अपना मांग पत्र दे दिया है। साथ ही प्रशासन से स्टाफ बढ़ाने का भी आग्रह किया गया है।

-डॉ रामचंद्रन, अध्यक्ष जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन एनएमसीएच