-हड़ताली शिक्षकों ने अपनी मांग के समर्थन में किया पुतला दहन

PATNA: नियोजित शिक्षकों के वेतन में वृद्धि की घोषणा के बाद बुधवार को शिक्षक संगठनों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट किया है कि हड़ताल पूर्ण वेतनमान की घोषणा के बाद ही खत्म होगी। अपनी मांगों के समर्थन में शिक्षक बुधवार को भी स्कूलों में ताला जड़कर धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए। बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर पर 17वें दिन भी 76 हजार स्कूलों में बच्चों का पठन-पाठन बाधित रहा।

आक्रोश मार्च निकाला जाएगा

सभी जिला हेडक्वार्टर पर आक्रोश मार्च

समन्वय समिति के संयोजक ब्रजनंदन शर्मा ने कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है जहां पूर्ण वेतनमान पर शिक्षकों की नियुक्ति बंद है। देश में नियोजित शिक्षक ही एक ऐसा संवर्ग है जिन्हें सामान्य भविष्य निधि, ग्रुप बीमा, पेंशन ग्रेच्युटी आदि का लाभ नहीं दिया जा रहा है। सरकार शिक्षकों की सात सूत्री मांगों को तुरंत नहीं मानेगी तो पांच मार्च को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर आक्रोश मार्च निकाला जाएगा। छह मार्च को बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति की राज्य स्तरीय बैठक में आंदोलन को और तेज करने का निर्णय लिया जाएगा। परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ के प्रदेश संगठन महामंत्री शिशिर कुमार पांडेय, टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय पाठक प्रदेश प्रवक्ता

अश्विनी पांडेय ने कहा कि हड़ताली शिक्षकों की मांगों को स्वीकार कर सरकार राज्य में शिक्षा व्यवस्था को जल्द पटरी पर लाए।

महज 20 परसेंट टीचर ही योगदान देने पहुंचे

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की मैट्रिक वार्षिक परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन गुरुवार से राजधानी के 12 केद्रों पर प्रारंभ होगा। इसके लिए नियुक्त किए गए शिक्षकों को बुधवार को ही केंद्रों पर योगदान देना था। केंद्राधीक्षकों के अनुसार 20 फीसद से भी कम शिक्षक योगदान करने पहुंचे। वहीं, बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि इंटर की तरह मैट्रिक कॉपियों के मूल्यांकन में भी शिक्षक योगदान नहीं देंगे। मूल्यांकन के विरोध के साथ-साथ सभी सरकारी कार्यो का बहिष्कार जारी रहेगा। कॉपियों के मूल्यांकन के लिए पटना जिले में 12 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। यहां 1800 से अधिक शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति भी कर दी गई है। मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति के साथ कंप्यूटर ऑपरेटर भी तैनात रहेंगे।

मूल्यांकन कार्य गुरुवार से प्रारंभ होगा। इसमें शामिल नहीं होने या व्यवधान डालने वाले शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मूल्यांकन केंद्रों के आसपास धरना-प्रदर्शन पर भी रोक है।

-ज्योति कुमार, डीईओ, पटना