- प्राथमिक शिक्षा निदेशक से टीईटी अभ्यर्थियों ने की मुलाकात, आज भी धरने पर बैठेंगे टीईटी अभ्यर्थी

- 26 जनवरी के बाद फिर हो सकती सरकार से वार्ता

PATNA :

पिछले तीन दिनों से आंदोलन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों को शुक्रवार को सरकार ने वार्ता के लिए बुलाया था। अभ्यर्थियों की मांगों को लेकर ठोस आश्वासन नहीं मिलने पर सरकार से वार्ता विफल हो गई। अभ्यर्थियों ने प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ। रंजीत कुमार से मुलाकात की लेकिन उन्होंने नियुक्ति संबंधी स्पष्ट आश्वासन अभ्यर्थियों को नहीं दिया। इससे नाराज अभ्यर्थियों ने आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया।

मांग पर नहीं ध्यान

टीईटी अभ्यर्थी संघ के नेता राजेंद्र प्रसाद सिंह एवं प्रवक्ता राहुल झा ने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। अभ्यर्थियों की नियुक्ति के मामले को लटकाया जा रहा है, लेकिन अब अभ्यर्थी निराश होकर घर नहीं लौटने वाले हैं। शनिवार को भी आंदोलन जारी रहेगा। अभ्यर्थी गर्दनीबाग में ही शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते रहेंगे। अब 26 जनवरी के बाद एक बार फिर सरकार से बात करने की कोशिश की जाएगी। सरकार ने उनकी बातों को गंभीरता से नहीं सुना तो आगे के आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। छपरा से आई अभ्यर्थी मुन्नी शुक्ला ने कहा कि सरकार बार-बार नियुक्ति का आश्वासन दे रही है, लेकिन ऐन वक्त पर मामले को टाल दिया जा रहा है।

नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल

धरने पर बैठे अभ्यर्थियों ने सरकार की नियुक्ति प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार को पारदर्शी प्रक्रिया अपनाने की जरूरत है, जिसमें धांधली की कोई गुंजाइश नहीं रहे। सरकार को सबसे पहले मेधा सूची के आधार पर अभ्यर्थियों को नियुक्त करने की जरूरत है। उसके बाद कागजातों की जांच करने के उपरांत वेतन का भुगतान कराएं। हर अभ्यर्थी सरकार की ओर आशाभरी नजरों से देख रहा है। शिक्षकों के हजारों पद खाली हैं फिर भी नियुक्ति नहीं होना समझ से परे है।