पटना(ब्यूरो)। सियाराम जयराम, जय जय राम एक बार जोर से बोलो जय श्रीराम। नौबतपुर के तरेत पाली मठ में हनुमंत कथा के तीसरे दिन बाबा बागेश्वर ने दिव्य दरबार लगाते हुए कहा कि बिहार से ही ङ्क्षहदू राष्ट्र की ज्वाला उत्पन्न होगी। दिव्य दरबार ने लोगों की पर्ची निकाल उनकी समस्या के समाधान भी बताया। व्यासपीठ पर बैठै कथा वाचक धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अगर किसी को ङ्क्षहदुओं की एकता देखनी है तो बिहार आकर देखे। बिहार के कण-कण और जन-जन में राम नाम की बहार है। बिहार के लोग हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवाते रहे हैं। यहां के लोगों में भक्ति का भाव पूरा भरा है। ऐसा लग रहा है कि भारत को ङ्क्षहदू राष्ट्र बनाने की ज्वाला बिहार में धधक रही है। जब तक भारत ङ्क्षहदू राष्ट्र नहीं बन जाता तब तक वह अलख जगाते रहेंगे। एक दिन ऐसा समय आएगा कि पूरा भारत राममय हो जाएगा। आज विदेश के लोग भी सीता-राम कहते हैं। एक दिन ऐसा आएगा जब भारत में रहने के लिए सीता-राम कहना ही होगा। उन्होंने मंच से सितंबर में फिर बिहार आने की घोषणा की है। वहीं गया में 29 सितंबर से दरबार लगाने की बात कही है। धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों में भक्ति व उत्साह को देखते हुए बिहार के लोगों को पागलों का नाम दिया है। उन्होंने कहा कि जबतक बिहार राममय नहीं हो जाता तब तक आते रहेंगे। लोगों से कथा के दौरान लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कथा का श्रवण कर लिया हो वे दूसरे दिन न आएं। दूसरे लोगों को भी कथा श्रवण का मौका दें।

भक्ति से भरे लोग होंते हैं बिहारी
कथा के दौरान बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि बिहार की गिनती पिछड़े व बिछड़े में होती है। लेकिन यह बात पूर्ण रूप से गलत है। पिछड़े व बिछड़े लोग भक्ति भाव से भरे हैं। अभी तक लोगों को भूत यानी अतीत पकड़ाया गया है। वहीं अब देश को भगवान पकड़ाएंगे। शास्त्री ने श्रद्धालुओं को कहा कि आज से किसी भी तांत्रिक व ओझा के चक्करों में न पड़े। हमारे चक्कर में न पड़े। बागेश्वरधाम पर अपने सारे काम छोड़ दो। हमारे अंदर कोई दिव्य शक्ति नहीं है सारी शक्तियां बागेश्वरधाम की है। बागेश्वरधाम में हमारी तीन पीढिय़ां दरबार लगाते रही है। आपके लिए बागेश्वरधाम हमेशा खुला रहेगा। बिहार के पागल भक्तों बागेश्वरधाम सभी का है। देश के इतिहास में नौबतपुर के तरेत पाली का नाम दर्ज हो गया है। बागेश्वरधाम ङ्क्षहदुओं के लिए देश में गौरव स्थल है। बागेश्वरधाम से गरीब बेटियों का विवाह कराया गया है। इसमें बिहार की बेटियों का भी नाम है। पत्नी व बच्चा को छोड़कर हम सारे चीजों को पचा लेंगे। धन, दौलत, सोना-चांदी जो देना है दो हम सभी ग्रहण कर लेंगे.बाबा ने कहा कि अगर आप मुझे गुरु दक्षिणा देना चाहते हैं तो आप कभी अपने बिहार की संस्कृति को न भूलें। पूरे विश्व में जितनी बड़ी-बड़ी कंपनियां है वहां शीर्ष पर बिहारी बैठे हैं। यहां एक बढ़कर एक प्रतिभाशाली लोग। बिहार के लोग अगर जागृत रहेंगे तो हमें भरोसा है कि एक दिन भारत हिन्दू राष्ट्र बनेगा।