PATNA: पटना पुलिस अपहरण के एक झूठे मामले में उलझकर किडनैपरों की तलाश कर रही थी। काफी हाथ पैर मारने के बाद कहानी झूठी निकली और गुरुवार को खुद के किडनैपिंग की कहानी लिखने वाले को पुलिस ने बरामद कर लिया। पुलिस का कहना है कि इस मामले में पुलिस को गुमराह करने के आरोप में अपहरण का झूठा नाटक करने वाले पर कार्रवाई की जाएगी।

- कर्जदारों से बचने के लिए ड्रामा

संजय कुमार लिफ्ट शिफ्टिंग का काम करता है। पुलिस ने जब उसे गुरुवार को मीठापुर बस स्टैंड के पास से बरामद किया तो उसने अपहरण की पूरी कहानी सुनाई। उसका कहना है कि वह करोड़ों रुपया का सामान कर्ज पर ले लिया है। पैसे के लिए व्यापारी उसपर लगातार दबाव बना रहे थे। ऐसे में उसके समझ में नहीं आ रहा था कि इससे वह कैसे अपना पीछा छुड़ाए। इस पर उसके दिमाग में प्लान आया और वह झूठा अपहरण का ड्रामा अंडर ग्राउंड हो गया। वह रांची में जाकर छिप गया और यहां घरवाले परेशान होकर अपहरण का केस करा दिए।

- भाई ने दी थी अपहरण की सूचना

संजय के भाई जक्कनपुर निवासी अमरेंद्र कुमार सिन्हा ने एसएसपी को अपहरण की सूचना दी थी। एसएसपी को बताया कि संजय ख्8 को मीठापुर बस स्टैंड के पास देखा गया। वह किसी से बात कर रहा था और उसके बाद वहीं से गायब हो गया। पुलिस ने इस मामले पर पड़ताल शुरू कर दी और मोबाइल सर्विलांस के सहारे संजय को लोकेशन तलाश लिया। अमरेंद्र से पूछताछ के बाद लोकेशन के सहारे पुलिस ने संजय को गुरुवार को मीठापुर बस स्टैंड के पास से बरामद कर लिया।

मामला पूरी तरह से झूठा निकला है। संजय कर्ज में डूबा था और फर्जी अपहरण की कहानी तैयार की। उसे सकुशल परिजनों को सौंप दिया गया है और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- मनु महाराज, एसएसपी पटना