PATNA : पुलिस काफी मशक्कत कर बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेज रही है और वह चंद दिनों बाद ही बाहर आ जा रहे हैं। जमानत पर छूटने के पीछे पुलिस की लापरवाही भी बड़ा कारण है। एक तो साक्ष्य की कमी हो रही है और दूसरा यह कि पुलिस जमानत का विरोध भी नहीं कर रही है। नतीजतन जेल से बाहर आने के बाद बदमाश फिर चोरी डकैती और अन्य घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।

- एक माह में दर्जनों बदमाशों की जमानत

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एक माह में दर्जनों बदमाशों को जमानत मिल गई है। ये वही बदमाश हैं जो कुछ दिन पहले ही अपराध में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं। पुलिस अफसर भी परेशान हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है। पुलिस जब इतनी मेहनत कर घटना का खुलासा कर रही है और बदमाश जेल से बाहर आ जा रहे हैं।

- पुलिस की है लापरवाही

पुलिस की जिम्मेदारी होती है कि वह घटना के संबंध में जिस भी बदमाश को गिरफ्तार करे उस मामले से संबंधित अधिक से अधिक साक्ष्य इकट्ठा करे। पटना में ऐसा कम ही मामलों में हो पाता है। पुलिस बदमाशों को पकड़ती है और जुबानी दावा कई घटनाओं में शामिल होने का करती है। ऐसे में जब बदमाशों की पेशी होती है तो वे इसे आधार बनाकर जमानत पा जाते हैं। इतना ही नहीं पुलिस को जमानत का विरोध भी करना चाहिए लेकिन इस पर भी काम नहीं हो पाता है।

बदमाशों को क्0 से क्भ् दिनों में जमानत मिल जा रही है और वह फिर अपराध में संलिप्त होते जाते हैं। ऐसे गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

- मनु महाराज, एसएसपी पटना