पटना(ब्यूरो)। सुपारी लेकर एके-47 से हत्या जैसी संगीन वारदात को अंजाम देने वाले कुख्यात भोला राय उर्फ अरङ्क्षवद कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पत्रकारनगर थाना क्षेत्र के योगीपुर नहर रोड पर सोमवार की शाम बाइक सवार दो अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया। दोनों अपराधी हेलमेट लगाए हुए थे। भोला के पेट और पीठ में गोली मारी गई थी। घटना की सूचना मिलते ही पत्रकारनगर थानेदार मनोरंजन भारती सहित अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। उस समय उसकी सांसे चल रही थी। उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के एक घंटे बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। थानेदार ने बताया कि भोला राय पर हत्या सहित अन्य कई मामले दर्ज थे। पूर्व में जेल जा चुका है। वह परसा बाजार के सोताचक का रहने वाला था।

चलती बाइक पर मारी गई गोली
शाम करीब साढ़े चार बजे पुलिस को एक राहगीर ने सूचना दी कि योगीपुर नहर के पास एक युवक को गोली मार दी गई है और वह सड़क किनारे पल्सर बाइक के साथ गिरा है। उसकी पहचान भोला राय के रूप में हुई। प्रत्यक्षदर्यियों ने बताया कि बाइक सवार दोनों अपराधी भोला राय को चलती बाइक से करीब से पहले पीठ में, फिर दूसरी गोली सीने में मारकर फरार हो गए। गोली की आवाज सुनते ही आसपास भगदड़ मच गई। पुलिस ने उसकी जेब से तीन मोबाइल बरामद किया। पल्सर बाइक भी भोला के नाम पर है।

सूचना के बाद भी नहीं पहुंचे थे स्वजन
पत्रकारनगर की पुलिस उसके स्वजन से संपर्क करने का प्रयास की। रात करीब आठ बजे तक स्वजन या रिश्तेदार अस्पताल नहीं पहुंचे थे। उधर पुलिस घटनास्थल के आसपास के मकानों में लगे सीसीटीवी कैमरा खंगाल में जुटी रही। पुरानी रंजिश, जमीन विवाद सहित अन्य कई बिन्दुओं पर जांच कर रही है। उसके मोबाइल को भी खंगाला जा रहा है।

पेशेवर अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम
पुलिस की मानें तो जिस तरह उसे गोली मारी गई है, उससे साफ है कि घटना को अंजाम देने वाले पेशेवर अपराधी है। जो भोला की रेकी करने के बाद वारदात को अंजाम दिए। वह पत्रकारनगर में किस काम से आया था, यह स्पष्ट नहीं हो सका। पुलिस कयास लगा रही है कि अपराधी या तो उसे विश्वास में लेकर सुनसान जगह बुलाए और गोली मारकर फरार हो गए। अपराधियों ने 7.624 के पिस्टल का इस्तेमाल किया था।

पूर्व पार्षद पर एक-47 से बरसाई थी गोलियां
भोला के निशाने पर अक्सर चर्चित लोग रहते थे। इसके गिरोह में आधा दर्जन से अधिक शूटर थे। पुलिस सूत्रों की मानें तो भोला के पास एके-47 था, जिसका इस्तेमाल वह और उसके गुर्गे करते थे। इसका आपराधिक इतिहास लंबा है। इसके खिलाफ पाटलिपुत्र के कुर्जी में वर्ष 2008 में रंजित मुखिया हत्याकांड, वर्ष 2019 में बुद्धा कॉलोनी में रवि और बेउर में वर्ष 2019 में रौशन की हत्या मामले में केस दर्ज हुआ था। वहीं गर्दनीबाग में मई 2018 में चर्चित पूर्व वार्ड पार्षद दीना गोप हत्याकांड में भी अभियुक्त रह चुका है। पूर्व वार्ड पार्षद की हत्या में एक-47 का इस्तेमाल किया गया था, जिसके बाद एक बार फिर भोला सुर्खियों में आ गया था।

हाईप्रोफाइल लोगों की लेता था हत्या की सुपारी
पटना पुलिस की रिकार्ड में पूर्व में भोला का नाम टॉप-5 अपराधियों की सूची में आ चुका था। भोला अक्सर हाईप्रोफाइल लोगों की हत्या की सुपारी लेता था। पुलिस ने उसे आखिरी बार दिसंबर 2019 में कंकड़बाग स्थित एक खटाल के पास से नौ साथियों के साथ गिरफ्तार किया था। तब पूछताछ में पता चला था कि उसने तीन बिल्डरों और एक जमीन कारोबारी की हत्या की सुपारी ली थी। इसके बदले वह एडवांस भी ले चुका था। इसके पूर्व ही पुलिस को इसके ठिकाने की जानकारी मिल चुकी थी।

हथियार के लिए संपर्क में थे तीन राज्य के अपराधी
पटना पुलिस ने वर्ष 2018 में शूटर विकास ङ्क्षसह को रांची से गिरफ्तार किया गया था। विकास ने पुलिस को चौकाने वाली जानकारी दी थी। उसी ने पुलिस को बताया था कि पूर्व पार्षद की हत्या की सुपारी भोला ने ली थी। भोला किसी की हत्या की सुपारी लेने पर एक चौथाई रकम एडवांस में लेता था। विकास उससे एके-47 के लिए संपर्क किया था। भोला ने ही उसे पिस्टल उपलब्ध कराया था। उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार के कई अपराधी उसके संपर्क में थे, जो उससे हथियार लेते थे।

सुपारी लेने के बाद नहीं करता था समझौता
सूत्रों की मानें तो भोला हत्या की सुपारी लेने के बाद किसी की नहीं सुनता था। सुपारी की रकम के मुताबिक हथियार का इस्तेमाल करता था। दीना हत्याकांड में 50 लाख की सुपारी ली थी। उसके संपर्क में दूसरे राज्य के हथियार तस्कर भी थे, जो उसे जरूरत पडऩे पर अत्याधुनिक हथियार भी उपलब्ध कराते थे।