पटना (ब्यूरो)। भारत से नेपाल जाते समय सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने बुधवार को उज्बेकिस्तान की दो युवतियों को पकड़ लिया। उनके साथ मददगार भारतीय युवक भी पकड़ा गया है। युवतियों के पास से उज्बेकिस्तानी पासपोर्ट बरामद हुआ है। उनके पास से भारत का वीजा नहीं मिला है।

दोनों युवतियों के पास वीजा नहीं
सीमावर्ती सोनबरसा क्षेत्र में एसएसबी की 51वीं बटालियन के कमांडेंट राजन कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि युवतियों की पहचान रेणो (24) और ओगुलिजन (23) के रूप में हुई है। जबकि, उनके साथ पकड़ा गया युवक जिले के बथनाहा थाना क्षेत्र के हरिबेला गांव का निवासी टेक नारायण शर्मा का पुत्र अमित कुमार है। दोनों युवतियों के संबंध भारत और नेपाल में रहने वाले कई लोगों से हैं। उनके पास से भारतीय वीजा नहीं मिला है। उनके चोरी-छिपे भारत में रहकर नेपाल जाने के पीछे देशद्रोही गतिविधियों की भी जांच हो रही है। इस मामले में सहायक एजेंसियों को सूचित कर दिया गया है। पूछताछ व कागजी कार्यवाही के पश्चात आगे की कार्रवाई के लिए तीनों को सोनबरसा पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

भाषा समझने में परेशानी
कमांडेंट से जब इस बारे में सवाल किया गया कि दोनों युवतियां ङ्क्षहदुस्तान में कैसे दाखिल हुईं, भारत में किन और किस तरह के लोगों से संबंध हैं, तो उन्होंने इस संबंध में कोई भी जानकारी देने से इन्कार कर दिया। कहा कि युवतियों की भाषा समझ में नहीं आ रही है। भारतीय मददगार के बारे में भी उन्होंने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। पूछताछ में पुलिस को भी भाषा समझने की दिक्कत आ रही है, इसके लिए वह ट्रांसलेटर की मदद लेगी। लेकिन,एक अहम सवाल है कि युवतियों के साथ रहे युवक की क्या भूमिका थी और वह दोनों से कैसे संवाद कर रहा था।