-पूर्वी चंपारण में भारी बारिश का अलर्ट, तैयारी में जुटे अधिकारी

PATNA: प्रदेश में लगातार बारिश से कोसी, बागमती और बूढ़ी गंडक समेत कई नदियां उफनने लगी है। नदियों में जलस्तर वृद्धि से पूर्वी चंपारण और मुजफ्फरपुर बाढ़ की समस्या गंभीर हो गई है। गोपालगंज, सारण और खगडि़या जिले के निचले इलाकों में भी दिक्कत बढ़ी है। पूर्वी चंपारण में मौसम विभाग ने तीन दिन तक भारी बारिश, वज्रपात और तेज हवा का अलर्ट जारी किया है। इससे नदी किनारे के गांवों के लोग सहमे हुए हैं। अभी यहां केसरिया, संग्रामपुर, अरेराज और सुगौली की 24 पंचायतों के कुल 62 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।

गांवों में भरा है पानी

नदियों में उफान और तटवर्ती इलाकों में होने वाले कटान की सर्वाधिक मार झेलने वाले पश्चिम चंपारण में सोमवार को थोड़ी राहत रही। हालांकि नदियों के किनारे के गांवों में अभी पानी है। बगहा के रामनगर के गुदगुदी में मसान नदी द्वारा किए जा रहे कटान का अधिकारियों ने जायजा लिया।

गोपालगंज में गंडक में घटने लगा पानी

इधर गोपालगंज में लगातार पांच दिनों तक दियारा के इलाके में तबाही मचाने के बाद गंडक नदी के जलस्तर में तेजी से कमी आने लगी है। हालांकि पानी से घिरे गांव के लोगों की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। जिले में 26 हजार की आबादी बाढ़ प्रभावित है। प्रशासनिक स्तर पर 42 गांवों की 16,300 की आबादी के ही प्रभावित होने का दावा किया गया है। सारण के पानापुर में सोनबरसा गांव के समीप गंडक नदी के तटबंध के कटावरोधी कार्य में अनियमितता का आरोप लगाते हुए रविवार की शाम ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता राजीव प्रभाकर को पीट दिया। बेगूसराय में सोमवार को बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर रोसड़ा बाढ़ डिवीजन के समस्तीपुर रेलवे पुल की मीटर गेज और बेगूसराय डिवीजन के सिवरी पुल मीटर गेज में खतरे के निशान से मात्र तीन मीटर नीचे है।

खगडि़या में उफन रही कोसी

खगडि़या में कोसी, बागमती और बूढ़ी गंडक तेजी से बढ़ रही है। सभी बांध-तटबंधों की चौकसी बढ़ा दी गई है। डीएम ने कहा है कि कोसी-बागमती का जलस्तर बढ़ रहा है, सजग रहें। उधर, सुपौल में लगातार हो रही बारिश से अब कोसी के जलस्तर में भी वृद्धि होने लगी है। हालांकि एक दिन पहले के जलस्तर में थोड़ी कमी आई है।