पटना (ब्यूरो)। प्रदेश सरकार का प्रमुख कार्य सचिवालय विश्वेश्वरैया भवन चौथी मंजिल तक सुरक्षित घोषित करार दिया गया है। आइआइटी पटना के सिविल एवं पर्यावरण अभियांत्रिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डा। वैभव सिंघल की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। सोमवार से यह सचिवालय सामान्य कर्मियों के लिए खुल जाएगा। पांचवी-छठी मंजिल पर मलबा हटाने और सफाई का काम निरंतर जारी है। यहां सफाई होने के बाद आइआइटी की टीम वापस जांच करेगी।

आग के बाद से बंद था भवन
11 मई को विश्वेश्वरैया भवन के पांचवे और छठे तल पर आग लगने के बाद सतर्कता बरतते हुए 12 और 13 मई तक के लिए इस भवन में अफसर-कर्मियों के साथ आम लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था। शनिवार-रविवार सरकारी कार्यालय में अवकाश रहता है। पांच दिन बंदी के बाद सोमवार से यहां वापस काम प्रारंभ हो जाएगा, लेकिन कर्मियों को सिर्फ चौथी मंजिल तक की प्रवेश की अनुमति होगी। पांचवी-छठी मंजिल पर सिर्फ सफाई कर्मियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी।

दिनभर जांच में जुटी रही टीम
आईआईटी विशेषज्ञों की टीम ने शुक्रवार को भवन की प्रत्येक मंजिल पर जाकर सुरक्षा की जांच की। टीम के सहयोग के लिए अधिकारी भी मौजूद थे। सूत्रों ने बताया टीम के अनुसार विश्वेश्वरैया भवन फिलहाल चार मंजिलों तक सुरक्षित है। पांचवें और छठे तल का मुआयना टीम यहां सफाई होने के बाद करेगी। जानकारी के अनुसार टीम ने अपनी रिपोर्ट भवन निर्माण के सचिव कुमार रवि को सौंप दी है।

आज और कल बिजली वायङ्क्षरग का काम
सोमवार से इस सचिवालय में काम प्रारंभ होगा, लेकिन इसके पूर्व शनिवार-रविवार को इस भवन में बिजली वायङ्क्षरग का काम होगा। वायङ्क्षरग की प्रक्रिया काफी जटिल होने की वजह से बिजली रि-स्टोर होने में थोड़ा वक्त लगने की आशंका जताई गई है। इस संबंध में भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने बताया कि आईआईटी विशेषज्ञों ने अपनी रिपोर्ट सौंंपी है। टीम ने चौथी मंजिल तक आफिस प्रारंभ करने की अनुमति दी है। सोमवार से सामान्य कर्मियों के लिए कार्यालय खुल जाएंगे। पांचवी-छठी मंजिल की सफाई और मलबा साफ होने के बाद आइआइटी विशेषज्ञ वापस जांच करेंगे। उनकी रिपोर्ट मिलने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।