पटना ब्यूरो। गंभीर बीमारियों से जूझ रे मरीजों के आर्थिक सहायता के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही योजना मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता का लाभ मरीजों को मिलना आसान नहीं रह गया है। ये हम अस्पतालों में भर्ती मरीजों के जुबानी बता रहा है। कोई दो माह से ऑपरेशन के लिए इंतजार कर रहा है तो किसी का जिंदगी और मौत के बीच दो कदम का फासला बचा है बावजूद ऑपरेशन नहीं हो रहा है। इसकी शिकायत दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पास पिछले कई दिनों मिल रही थी रिपोर्टर ने शहर अस्पतालों में जाकर मरीजों से बात की तो परत-परत बातें खुलती गई है पढि़ए रिपोर्ट

केस वन
डेढ माह से कर रहे इंतजार
एलएनजेपी में अपने परिजन का इलाज करा रहे अंजनी ने बताया कि मरीज का इलाज अस्पताल में पिछले एक माह से चल रहा है। हिप रिप्लेसमेंट होना है, मगर पैसे के अभाव में सीएम चिकित्सा राहत फंड के लिए आवेदन किए एक माह गुजरने के बाद भी आज तक रिप्लेसमेंट नहीं हो पाया।
केस 2
ट्रामा सेंटर में भर्ती मरीज के परिजन विजय ने बताया कि मरीज का ऑपरेशन होना है। ऑपरेशन के दौरान जो पार्ट लगेगा वो काफी महंगा है। इसके लिए सीएम चिकित्सा राहत फंड में आवेदन भी किया.डेढ माह गुजरने के बाद भी ऑपरेशन नहीं हो पाया। अस्पताल कि फाइल चली है जल्द ही हो जाएगा मगर कब होगा ये पता नहीं।
क्या है नियम
मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत फंड बिहार सरकार के द्वारा रजिस्टर्ड अस्पताल में में भर्ती मरीज जो आर्थिक रुप से परेशान हंै उन्हें मिलता है। इसके लिए डायरेक्टर स्वास्थ्य के नाम से आवेदन देना होता है। आवेदन के 15 दिनों के अंदर अस्पताल के खाते में रकम भेजने का प्रावधान है। बिहार में हर बुधवार को अधिकारियों की मीटिंग होती है मीटिंग के दौरान अधिकारियों के द्वारा बीमारी के आधार पर रकम निर्धारित की जाती है। फिर अस्पताल को भेज दिया जाता है।
-ढ़ाई लाख से कम आय वाले लोगों को मिलता है लाभ
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो ने बताया कि मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत फंड के लाभ लेने के लिए आवेदक या जिसके ऊपर आश्रित है उनका वार्षिक आय ढाई लाख रुपये से कम होना चाहिए। आवेदन के साथ आय प्रमाण पत्र लगना अनिवार्य होता है। इस योजना में कैंसर सहित कई गंभीर बीमारी भी शामिल है।
-इन बीमारियों के मरीज को मिलता है लाभ
-हहृदय रोग 80 से 1.90 लाख तक
-कैंसर 80 से 1.20 लाख तक
-एड्स 1.20 लाख तक
-हड््डी रोग 1.20 से 1.78 लाख तक
-प्लास्टिक सर्जरी 1.20 से 1.80 लाख
-कोकिकियर इएम प्लांट 5.50 लाख रुपए तक
-बोन मैरो ट्रांसप्लांट सर्जरी 5 लाख रुपए तक
-ट्रांसजेंडर के लिए 1.50 लाख रुपए तक
-हेपेटाइटिस के लिए 1 लाख रुपए तक
-ट्रॉमा, बे्रन हेमरेज और दुर्घटना के लिए 1 लाख रुपए तक
-हीमोफीलिया सर्जरी के लिए 80 हजार रुपए तक
-मेजर वासकुलर सर्जरी के लिए 2.40 लाख तक
-स्पाइनल सर्जरी के लिए 1.80 लाख तक
-गुर्दा रोग प्रत्यारोपण, हिप सर्जरी, के लिए 3 लाख तक
-नेत्र रोग के लिए 20 से 40 हजार तक
-मस्तिष्क रोग के लिए 60 से 40 हजार तक
-छह सौ से आठ सौ आवेदन आते है हर सप्ताह
स्वास्थ्य विभाग के ओएसडी सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत फंड का लाभ जरुरत मंद आवेदकों लगातार मिल रह है। आवेदन के बाद हर बुधवार को एक मीटिंग में स्क्रिनिंग की जाती है। जरूरत के हिसाब मरीजों को मुख्यमंत्री राहत फंड का पैसा अस्पताल भेज दिया जाता है। अस्पताल में आवश्यकता अनुसार पैसा खर्च किया जाता है।
मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत फंड का लाभ मरीजों को मिलता है। 6 फरवरी को विभाग से एक आवेदन पास हुआ है। मरीज की सर्जरी जल्द होगी। जिनका आवेदन पेडिंग है जल्द क्लियर होगा।
- डॉ। सुभाष चन्द्रा, डायरेक्टर, एलएनजेपी अस्पताल
हर बुधवार को आवेदनों पर स्क्रीनिंग होती है। राज्य भर से आवेदन आते हैं। बीमारी के आधार पर फंड दिया जाता है। जिस मरीज का आवेदन पेंडिंग है वे डिटेल दें जो संभव होगा विभाग की ओर से मद्द की जाएगी।
-सुरेन्द्र कुमार, ओएसडी, स्वास्थ्य विभाग