पटना(ब्यूरो)। करीब साल भर से रामाचक बैरिया के डंपिंग यार्ड में ठोस कचरा प्रोसेसिंग का काम बंद है, यह काम एक हफ्ते में शुरू किया जाएगा। पैसे की कमी के कारण यह बंद हो गया था। शनिवार को पटना नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति की बैठक के बाद यह जानकारी दी गई। बैठक में बताया गया कि इस बाबत तीन एजेंसी कार्य कर रही थी, लेकिन एजेंसी को पैसे का भुगतान नहीं होने के कारण काम रोक दिया गया था। 15वें वित्त आयोग से केन्द्र सरकार ने राज्य सरकार को 216 करोड़ रुपये दिये हैं। यह पैसा निगम को ठोस कचरा के प्रोसेसिंग के लिए के लिए मिलेगा। बैठक की अध्यक्षता मेयर सीता साहू ने की। इस मौके पर डिप्टी मेयर रेशमी चंद्रवंशी, सशक्त स्थायी समित के सदस्य आशीष सिन्हा, इंद्रदीप चंद्रवंशी और कई वार्ड पार्षद भी उपस्थित रहे।

हर दिन 1200 टन कचरा हो रहा डंप

निगम कमिश्नर ने बताया कि रामाचक बैरिया में पटना नगर निगम के साथ दानापुर, खगौल, फुलवारीशरीफ, संपतचक नगर परिषद का लगभग 1200 टन कचरा यहां प्रतिदिन डंप हो रहा है। यहां पर चयनित तीन एजेंसी के द्वारा कचरा प्रोसेङ्क्षसग का काम वित्तीय वर्ष 2020-21 में शुरू किया था। 60 प्रतिशत पुराने कचरे (लीगेसी वेस्ट) का निष्पादन कर दिया गया है। तीनों एजेंसी अब कार्य शुरू करेगा। फ्रेश वेस्ट के प्रोसेसिंग के लिए अलग से एजेंसी का चयन किया जाएगा। बैठक में कमिश्नर ने बताया कि कचरा पुराना होने के कारण इसमें आग लग जाती है। इससे निपटने के लिए वाटर हाड्रेंट की व्यवस्था की गई है। ताकि फायर ब्रिगेड की गाड़ी को पानी के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। यह चौबीसों घंटे काम करेगा।

बाउंड्री वाल बनाई जाएगी

बैठक में सशक्त स्थायी समिति के सदस्य आशीष सिन्हा ने बताया कि बाउंड्री वाल के लिए पांच करोड़ की राशि से इसका निर्माण किया जाएगा। इससे इस जगह को सुरक्षित किया जा सकेगा। डंपिंग यार्ड के पास ही ग्रीनरी डेवलप करने के लिए पौधरोपण किया जाएगा। यह तीन लेयर मे किया जाएगा। रामाचक बैरिया कूड़ा डंङ्क्षपग यार्ड में 4992 बड़े आकार के पौधे लगाए जा रहे हैं। निगम की एजेंसी को काम करने और डंपिंग एरिया तक पहुंचने में परेशानी न हो, इसके लिए पीसीसी सड़क भी बनाई जाएगी। पथ निर्माण विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर कृष्णा निकेतन से कूड़ा डंङ्क्षपग यार्ड आने वाली सड़क का चौड़ीकरण कराया जाएगा।

शुरू होगा शवदाह गृह

रामाचक बैरिया से सटे पशु शवदाह गृह को भी फिर से चालू करने का निर्णय लिया गया है। यह शवदाह गृह तकनीकी खराबी की वजह से बंद पड़ा है। इसकी कमियों को दूर किया जाएगा। बैठक में निगम कमिश्नर अनिमेश कुमार पराशर ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 की 15वें वित्त आयोग की रुकी 213 करोड़ की राशि बिहार सरकार के खाते में आ गई है। 82 एकड़ क्षेत्र में फैले कूड़ा डंङ्क्षपग यार्ड में फिर से चालू किया जाएगा।