- जलजमाव से लोगों को हो रही परेशानी

PATNA

: उत्तरी बिहार में बाढ़ से धीरे-धीरे राहत मिल रही है। कोसी, महानंदा और बागमती सहित कई नदियों के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, कटिहार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। दरभंगा -समस्तीपुर रेलखंड पर 18वें दिन भी ट्रेनों का परिचालन ठप रहा। उत्तर बिहार के कई गांवों में बाढ़ का पानी जमा रहने से परेशानी है। बाढ़ के पानी में डूबने से आठ लोगों की मौत हो गई। इसमें पूर्वी चंपारण के चार, सहरसा के दो और कटिहार व समस्तीपुर के एक-एक लोग हैं।

गंडक का कटाव जारी

उत्तर बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के भितहां प्रखंड के चंदरपुर में गंडक नदी के कटाव से पीपी तटबंध पर फिर दबाव बढ़ गया है। इंजीनियरों की टीम बचाव कार्य में जुटी है। मधुबनी जिले के बेनीपट्टी और बिस्फी प्रखंड क्षेत्र में पानी जमा रहने से स्थिति गंभीर है। दरभंगा जिले में नदियों के किनारे बसे गांवों की हालत ज्यादा खराब है। दरभंगा शहर में जलजमाव का संकट हैं। समस्तीपुर जिले के शिवाजीनगर में करेह नदी खतरे के निशान से ऊपर है। विभूतिपुर प्रखंड क्षेत्र में बैंती नदी का पानी फैलने से परेशानी है। सुपौल में कोसी पूर्वी तटबंध के एक ¨बदु, पश्चिमी तटबंध के नेपाल भाग के एक ¨बदु एवं भारतीय भाग के सिकरहट्टा मझारी लो बांध के पांच ¨बदुओं पर आक्रामक बनी हुई है। कोसी पूर्वी तटबंध के 10.90 किमी पर कटाव जारी है। सहरसा के कोसी तटबंध के अंदर गांवों में बाढ़ से परेशानी बरकरार है। मधेपुरा के आलमनगर व चौसा में बाढ़ का पानी जमा हुआ है। अररिया में फिलहाल बाढ़ का खतरा टल गया है। पूर्णिया में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है।

इन नदियों में घटा पानी

कोसी

बागमती

बूढ़ी गंडक

बागमती

इनमें पानी स्थिर

गंगा

महानंदा

मेंची

कनकई

रेतुआ

डोक

बूढ़ी कनकई