- प्रदर्शन के बाद टूटी रेल अधिकारियों की नींद, किया गया निरीक्षण

- कॉलोनी की महिलाओं ने किया विरोध प्रदर्शन, अधिकारियों को घेरा

PATNA: पटना जंक्शन स्थित आरएमएस कॉलोनी में पिछले चार दिनों से जलजमाव की स्थिति है। दो दिनों की बारिस से ही कॉलोनी वालों का जीना मुहाल हो गया है। रेलकर्मी इसे लेकर कई दिनों से रेल अधिकारियों से संपर्क कर रहे थे, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। पनी जमा होने से लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है। कॉलोनी में कई लोगों के घरों के अंदर तक पानी आ गया है। बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया है।

विभाग झाड़ रहा था पल्ला

पिछले तीन दिनो से लोग अधिकारियों को अपनी समस्या बता रहे थे, लेकिन इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल वालों में उलझ रहा था। दोनो डिपार्टमेंट जलजमाव को निकालने के बजाय एक दूसरे पर आरोप लगा रहे थे। आखिरकार बुधवार को रेलवे स्टाफ के घर महिलाओं ने उनका घेराव किया तब जाकर शाम में मोटर लगाकर पानी निकालने का काम शुरू किया गया।

कई घरों में घुसा पानी

बारिश से पहले कॉलोनी के नालों की सफाई की गयी थी। सफाई करने के बाद निकले कचरे को वहीं सड़क पर गिरा दिया है। कॉलोनी के कई घरों के अंदर तक पानी आ गया है। लोगों ने बाताया कि पानी जब भी बरसता है घर में घुटने भर पानी जमा हो जाता है। लोगों को अपने ही घरों में रहना, खाना बनाना मुश्किल हो रहा है। कॉलोनी के निवासी मोटर लगाकर खुद ही घरों से पानी आज शाम तक निकालते रहे।

पानी के डर से घर नहीं गया

अरुण कुमार कमर्सियल में कार्यरत हैं। विकलांग हैं। इसी आरएमएस कॉलोनी में इनका भी क्वार्टर है। ये पिछले तीन दिनो से घर आए ही नहीं हैं। अरुण कहते हैं कि पानी में जा नहीं पाऊंगा इसलिए ड्यूटी के बाद यहीं सो जाता हूं। कुछ ऐसा ही हाल कालोनी के बच्चों का भी है। बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं। कई घरों में खाना नहीं बन रहा क्योंकि किचेन में पानी आ गया है।

अब तक नहीं बना कुआं

कॉलोनी के ही एक स्टाफ ने बताया कि हर मानसून में कॉलोनी की हालत बदतर हो जाती है। अधिकारी यह वादा करते हैं कि अब अगले साल से ऐसा नहीं होगा इसका समाधान ढूंढ लिया गया है, लेकिन होता कुछ नहीं है। रेलवे के एक अधिकारी की माने तो समाधान तो वाकई ढूंढ लिया गया है। पिछले साल कालोनी में एक कुंआ बनाने की बात हुई थी। कुआं बनाने के पीछे तर्क ये था कि कालोनी का गंदा पानी इसी कुएं में जमा हो जाएगा। मंडल कार्यालय से इस कुएं के लिए मंजूरी भी मिल गई, लेकिन एक साल बाद भी अबतक कुआं बन पाया है।

अगर कुआं बना गया होता तो कॉलोनी में नरकीय स्थिति नहीं होती। इस जलजमाव को लेकर भी कई बार अधिकारियों को कहा गया लेकिन सब यहां लापरवाह हैं। इलेक्ट्रिकल और इंजीनियरिंग एक दूसरे पर काम थोपते रहते हैं।

सुनील कुमार सिंह, शाखा मंत्री, ईसीआरकेयू

कॉलोनी में जलजमाव है। इसी कारण कॉलोनी की महिलाएं आई थीं। पानी को निकालने की व्यवस्था की गई है। जल्द ही कॉलोनी से पानी को पंप आउट कर दिया जाएगा।

राजु कुमार, स्टेशन मैनेजर, पटना जंक्शन