पटना ब्‍यूरो । चिकित्सक ने जिस अखिलेश तिवारी पर फोन से रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था, वे फौजी हैं। सिटी एसपी चंद्र प्रकाश ने बताया कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से जांच शुरू की थी। पता चला कि डाक्टर ने जमीन दिलवाने के नाम पर फौजी से दो लाख 65 हजार रुपये लिए थे, जिसे लौटाने में वे आनाकानी कर रहे हैं। उन्होंने फौजी के सभी मोबाइल नंबर ब्लाक कर दिए थे। इस लिए फौजी ने अपने मित्र के मोबाइल से काल कर रुपये वापस मांगे। तब चिकित्सक ने रंगदारी की शिकायत दर्ज करा दी। सिटी एसपी ने बताया कि तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं। इसके बाद डाक्टर के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सत्य छिपा कर पुलिस को गुमराह किया।
दरअसल, डा। लाल बाबू ङ्क्षसह उर्फ डा। एलबी ङ्क्षसह ने मुख्यमंत्री समेत पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र भेज शिकायत की थी कि उनसे फोन पर रंगदारी मांगी जा रही है। रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है। उनके घर पर भी गुंडों को भेज कर धमकी दिलवाई गई थी। काल करने वाले ने अपना नाम अखिलेश तिवारी बताया था। रविवार को मामला संज्ञान में आने के बाद कदमकुआं थाने की पुलिस ने सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी की। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो मालूम हुआ कि जिस नंबर से काल आई थी, वह वैशाली जिले के पौना हसनपुर निवासी अखिलेश तिवारी के मित्र का है। अखिलेश फौजी हैं और वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी कर रहे हैं। पुलिस ने अखिलेश से बात की तब राजफाश हुआ।