पटना(ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी के लिहाज से पटना की गिनती दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में की जाती है। यहां अलग- अलग ट्रैफिक प्वाइंट को स्मार्ट तरीके से कंट्रोल करने और आम लोगों की सेफ्टी को एडवांस करने के नजरिये से यहां के चौक- चौराहों पर सर्विलांस कैमरे लगाने का काम चल रहा है। हालांकि मई माह में ही यह काम पूरा होना था, लेकिन इस काम को पूरा करने के लिए एक माह का समय एक्सटेंड कर दिया दिया गया है। शहर भर में ऐसे कुल 1995 कैमरे लगाये जाने हैं, जिनमें से करीब 1100 कैमरे लग चुके हैं। जब सभी कैमरे लग जाएंगे तब यह प्रोजेक्ट पूरा होगा और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से ये सभी जुड़ जाएंगे।

रियल टाइम मॉनीटरिंग

पटना में तीसरी आंख तय संख्या में लग जाने के बाद कमांड सेंटर से जुड़ जाएंगे और रियल टाइम मॉनीटरिंग हो सकेगी। पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की पीआरओ प्रिया सौरभ ने बताया कि पुलिस स्टेशन से भी इसे व्यू किया जा सकेगा। यह एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट, शहर की सिक्योरिटी, अप्रिय घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई करने और किसी खास लोकेशन पर निगरानी करने में भी कारगर साबित हो सकता है।

बटन दबाते ही मिलेगा हेल्प

पटना स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट के तहत ही शहर की 51 जगहों पर इमरजेंसी कॉल बाक्स लगाए गए हैैं। इसमें एक कॉल बाक्स इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के पास भी लगाया गया है। इसका मकसद है शहर में लोगों को मदद के लिए विकल्प उपलब्ध कराना। यह फिलहाल पटना के 22 वार्ड क्षेत्र को कवर करता है। इस बाक्स में बीच में हेल्प लिखा है। इसे दबाते ही पास के पुलिस स्टेशन से मदद ली जा सकती है। खास बात है कि जहां से भी हेल्प बटन दबाया जाएगा, उसका लोकेशन ऑटोमेटिकली पता चल जाता है। बटन दबाने वाले व्यक्ति को जो भी मदद चाहिए, उसके लिए पुलिस मौके पर पहुंच जाती है। जैसे किसी महिला का पर्स छिन जाए तो वह पास के इमरजेंसी कॉल बाक्स में हेल्प का बटन दबा सकती है।