पटना (ब्यूरो)। बिहार में हायर एजुकेशन बेपटरी हो गई है। पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी इसका एक जीता जागता उदाहरण है। यहां सत्र 2021 के लिए पीजी स्टूडेंट्स का एडमिशन अब तक नहीं हो सका है। स्टूडेंट्स का कहना है कि बार-बार कोरोना की बात कहकर यूनिवर्सिटी की ओर से सेशन मेनटेन रखने एकेडमिक कैलेंडर को जारी रखने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। इसके कारण हजारों स्टूडेंट्स का भविष्य अधर में लटक रहा है। दूसरी ओर, समय पर एडमिशन नहीं हो पाने के कारण अब एक बार फिर जीरो सेशन का खतरा सता रहा है। हालांकि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने स्टूडेंट्स को भरोसा जताया है कि जल्द ही इसके लिए आगे कदम बढ़ाया जाएगा, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्य होता हुआ नहीं दिख रहा है।

पार्ट थ्री के रिजल्ट पर नजर
बीए, बीएससी और बीकॉम के पार्ट थ्री का रिजल्ट अभी तक नहीं आया है। विश्वविद्यालय प्रशासन की मैनें तो वे चाहते हैं कि एक बार इसका रिजल्ट क्लीयर हो जाए, तो इसके बाद पीजी एडमिशन का शेड्यूल जारी किया जा सकता है। डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर एके नाग ने बताया कि स्नातक पार्ट थर्ड का रिजल्ट 10 जनवरी तक आने की संभावना है। इसके लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं।

कितने कोर्सेज का है मामला
पीपीयू के अंतर्गत पीजी कोर्सेज में रेगयुलर और वोकेशन कोर्सेज की बात करें तो इसमें एक साथ कई कोर्सेज शामिल हैं। पीजी रेगयुलर में पंद्रह कोर्सेज शामिल हैं। इंग्लिश, हिंदी, हिस्ट्री, साइकोलाजी, सोशियोलाजी, पॉलिटिकल साइंस, ज्योग्राफी, कामर्स, जुलाजी, फिजिक्स, कैमेस्ट्री, मैथोमेटिक्स, बॉटनी, फिलास्फी और इकोनामिक्स सब्जेक्ट शामिल है। इसके अलावा सात वोकेशनल कोर्सेज भी शामिल हैं। इसमें बीबीएम, बीएससी आईटी, मास्टर ऑफ लाइब्रेरी साइंस और एनवायरमेंट एंड वाटर मैनेजमेंट आदि शामिल हैं। ये सभी कोर्सेज जॉब ओरिएंटेड होने के कारण भारी डिमांड में हैं। लेकिन जब कोर्सेज में एडमिशन ही नहीं हो रहा है तो कोर्स का अच्छा या खराब होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।

विवि प्रशासन ने नहीं दिया ध्यान
पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के छात्र जदयू अध्यक्ष रंजन कुमार ने कहा कि इस मामले को लेकर पूर्व में ही संगठन की ओर से विश्वविद्यालय प्रशासन को कह दिया गया था कि इस मामले में घोर लापरवाही की जा रही है। बार-बार अलर्ट किए जाने, आंदोलन के बाद भी न तो एकेडमिक कैलेंडर का पता चल रहा है और न ही यूजी के फाइनल ईयर की परीक्षा का ही। जानकारी हो कि इस मामले को लेकर राजभवन की ओर से भी कई बार निर्देश आ चुका है। लेकिन इसे लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।

उम्मीद है कि दस जनवरी तक यूजी फाइनल ईयर का रिजल्ट आ जाएगा। इसके बार पीजी कोर्सेज में आवेदन के लिए सूचना जारी की जाएगी। आवेदन ऑनलाइन करना होगा। इस बार रिटेन टेस्ट के बेस पर नहीं, माक्र्स के आधार पर ही एडमिशन प्रकिया पूरी की जाएगी।
- प्रो। अरविंद कुमार नाग, डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर, पीपीयू