मुख्यमंत्री ऑफिस में चौथी बार दिखा बिज्जू, वन विभाग की टीम कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा

LUCKNOW: प्रदेश के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले मुख्यमंत्री ऑफिस में एक बार फिर बिज्जू के आतंक से यहां अधिकारी और कर्मचारी दहशत में हैं। हाल के दिनों में यह चौथा मौका है जब मुख्यमंत्री के दफ्तर में बिज्जू नजर आया हो। शनिवार को पंचम तल पर लिफ्ट के बाहर बने शीशे में बिज्जू दिखा जिसके बाद पहले पुलिस और फिर वन विभाग की टीम को बुलाया गया। सुबह दस बजे एक चपरासी को लालबहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) के पांचवें तल पर बिज्जू दिखा। उसने सुरक्षाकर्मियों को इसकी सूचना दी। मौके पर पुलिस भी पहुंची, बाद में वन विभाग की टीम ने पहुंचकर बिज्जू को निकालकर अपने कब्जे में लिया।

साल में चौथी बार निकला

पिछले एक साल में यह चौथा मौका है जब कड़ी सुरक्षा व्यवस्था वाले मुख्यमंत्री ऑफिस में जंगली जानवर बिज्जू दिखा हो। इससे पहले मई की 14 तारीख को मुख्यमंत्री कार्यालय में बिज्जू दिखा था। जिसे कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग ने पकड़ा था और उसे चिडि़याघर ले गये थे। उसी समय वन विभाग के अधिकारियों ने आशंका जताई थी कि यहां और भी बिज्जू हो सकते हैं। बाद में पता चला था कि बिज्जू ने लंबी सुरंग बनाई हुई है जिससे आये दिन वह पंचम तल पर नजर आ रहा है।

जब 'कमली' से हुई थी जंग

वाक्या इसी साल मई की है। एनेक्सी भवन में पांचवें तल पर मुख्यमंत्री का ऑफिस है यहीं कैबिनेट मिनिस्टर के साथ मुख्यमंत्री मीटिंग करते हैं। सुरक्षा ऐसी होती है कि परिंदा भी पर ना मार सके। लेकिन दिसंबर में जब सुरक्षा कर्मी रूटीन जांच के लिए पंचम तल पर पहुंचे तो जिस हाल में कैबिनेट मीटिंग होती है वहां से खटपट की आवाजें आ रही थीं। सुरक्षा कर्मियों ने जब कैबिनेट मीटिंग रूम खुलवाया तो वहां बिज्जू देख दंग रह गये। बिज्जू ने मुख्यमंत्री सहित कई कैबिनेट मंत्रियों के माइक के तार चबा डाले थे। कैबिनेट मीटिंग में ही बिज्जू भी छिपा था। जिसे पकड़ने के लिए डॉग स्क्वायड की बहादुर और चतुर 'कमली' का सहारा लेना पड़ा था। ढाई फिट के बिज्जू को काबू में करने के लिए कमली को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी लेकिन उसने बिज्जू को आखिर कार काबू में कर लिया था।

कई साल से बिज्जू का है बवाल

मुख्यमंत्री कार्यालय में बिज्जू पिछले कई साल से आतंक मचाये हुए है। पिछले साल एक बिज्जू के आतंक के चलते सुरक्षा कर्मियों ने मुख्यमंत्री को कई दिनों तक सचिवालय नहीं आने दिया था। पूर्व के वषरें में एक बार बिज्जू मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के कार्यालय में पहुंच गया और एसी के ऊपर छुपकर बैठ गया। जिसे मुश्किल से पकड़ा गया था।

खूखार जीव है बिज्जू

बिज्जू की मोटी चमड़ी के कारण अन्य जानवर इससे दूर रहते हैं। यह लंबी मांद बनाकर रहता है। इसके शरीर का ऊपरी भाग भूरा, बगल और पेट काला तथा माथे पर चौड़ी सफेद धारी होती है। हर पैर पर पांच मजबूत नाखून होते हैं जो मांद खोदने के काम आते हैं। यह अपने पुष्ट नखों से कब्र खोदकर मुर्दा भी खा लेता है। यह सर्वभक्षी जानवर है। खास बात यह है कि जमीन के नीचे दबे मुदरें को शिकार बनाता है। पानी की तलाश में यह जंगल से आबादी की ओर आ जाता है। तालाब और नदियों के किनारे 25-30 फीट लंबी मांद बनाकर रहते हैं। बता दें कि यह मनुष्य को हानि तो नहीं पहुंचाता मगर जान पर बन आने पर किसी को भी काट लेता है।