नई दिल्ली (एएनआई)। संसद में मानसून सत्र का आज पांचवा दिन रहा। इस दाैरान कोरोना वायरस महामारी संकट से निपटने के लिए सांसदों के वेतन में 30 प्रतिशत की कटौती करने वाला संसद सदस्य वेतन, भत्ता और पेंशन (संशोधन) विधेयक 2020 शुक्रवार को राज्यसभा में भी पारित हो गया है। राज्यसभा में यह विधेयक सर्वसम्मति से पारित हुआ। वहीं लोकसभा में इसे पहले ही पारित किया जा चुका है। हालांकि इस दाैरान विपक्षी सांसदों ने मांग की कि केंद्र द्वारा तुरंत सांसद स्‍थानीय क्षेत्र विकास योजना कार्यक्रम (एमपीलैड) फंड को बहाल किया जाना चाहिए। कोरोना संकट के दाैरान सांसद निधि फंड को भी स्थगित कर दिया गया है।

कोरोना वायरस से लड़ाई में सरकार को पैसे की आवश्यकता

सदस्य वेतन, भत्ता और पेंशन (संशोधन) विधेयक 2020 पारित होने पर गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने धन्यवाद देते हुए कहा कि यह समय बेहद गंभीर है। कोरोना वायरस से लड़ाई में सरकार को पैसे की आवश्यकता है। इसलिए इस पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। वहीं सांसद स्‍थानीय क्षेत्र विकास योजना कार्यक्रम फंड को लेकर संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा इसे स्थगित करने का फैसला अस्थायी है और हालात सुधरते ही बहाल कर दिया जाएगा।

होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक भी पास हुआ

इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन द्वारा पेश आज राज्यसभा ने होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक, 2020 भी पारित किया। इस विधेयक के पारित होने से होम्योपैथी के स्टूडेंट्स को गुणवत्ता के साथ-साथ सस्ती बढ़ाई मुहैया कराई जा सकेगी। इसके लिए अब बस राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने का इंतजार है। मंजूरी मिलते ही ये बिल लागू हो जाएगा। सोमवार से शुरू हुआ संसद का मानसून सत्र आगामी 1 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगा।

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