- गली-मोहल्लों में हजारों की संख्या में खुले हैं पोल्ट्री फॉर्म

- होशियारी दिला सकती है महामारी से निजात

<- गली-मोहल्लों में हजारों की संख्या में खुले हैं पोल्ट्री फॉर्म

- होशियारी दिला सकती है महामारी से निजात

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: बर्ड फ्लू पर लगाम लगाना आसान नहीं होगा। इससे निजात केवल होशियारी बरतने पर ही मिल सकती है। खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने भले ही बैठक कर ली हो लेकिन जमीनी तौर पर इस बीमारी पर लगाम लगाने के कोई खास इंतजाम मौजूद नहीं है। गली-मोहल्लों में हजारों की संख्या में पोल्ट्री फॉर्म खोले गए हैं। इनकी देखरेख के लिए पशुधन विभाग के पास पर्याप्त स्टाफ भी नहीं है।

ऑफिसर तैनात लेकिन जांच नहीं होती

पशुधन विभाग के मुताबिक जिले के प्रत्येक एरिया में वेटरिनरी ऑफिसर्स की तैनाती की गई है। जिनका काम उस इलाके के पोल्ट्री फॉर्म की नियमित जांच की जाना है। वर्तमान में ऐसा नहीं हो रहा है। कई फॉर्म संचालकों को खुद व्यवस्था कर वेटरिनरी डॉक्टर्स का इंतजाम करना होता है तो कहीं पर लापरवाही के चलते कभी भी परेशानी दस्तक दे सकती है। संचालकों को फॉर्म चलाने के लिए निर्धारित मानकों की जानकारी तक नहीं है।

ऐसी हालत में तुरंत दीजिए जानकारी

नियमों के मुताबिक अगर किसी पोल्ट्री फॉर्म में बड़ी संख्या में पक्षियों की मौत होती है तो इसकी सूचना तत्काल पशुधन विभाग को दी जाए। इसके लिए फोन नंबर 0भ्फ्ख्-ख्भ्ब्8877, ख्भ्ब्88क्क् और 87म्भ्9भ्79फ्भ् जारी किए ग हैं। ऐसे में घटना के तीन किलोमीटर रेडियस के सभी पक्षियों को मार दिया जाता है और इसका कम्पन्सेशन खुद सरकार वहन करती है। इस बीमारी में काफी तेजी से संक्रमण फैलता है जिससे मरीज की जान बचानी मुश्किल हो जाती है।

यहां कैसे करेंगे निगरानी

संगम तट पर हर साल भारी संख्या में प्रवासी पक्षियों का आना होता है। इनके जरिए भी बर्ड फ्लू के संक्रमण के चांसेज कई गुना तक बढ़ जाते हैं। अब इनकी निगरानी करने के कोई उपाय भी जिला प्रशासन के पास नहीं हैं। बता दें कि हाल ही मे केरल और चंडीगढ़ राज्य में बर्ड फ्लू के मामलें सामने आने के बाद यूपी सरकार ने एलर्ट जारी कर दिया है। जिसको लेकर डीएम भवनाथ सिंह ने टास्क फोर्स का गठन किया है।

- शहर के सभी पोल्ट्री फॉर्मो पर नजर रखी जा रही है। वेटरिनरी अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है। सूचना मिलते ही कार्रवाई होगी। फिलहाल यूपी में एक भी केस सामने नहीं आया है।

जिला पशुधन अधिकारी, इलाहाबाद