21 वीकेएस-

- सर्दियों की शरुआत होने के साथ ही प्रवास के लिए पहुंचने लगे हैं विदेशी परिंदे

- रुडी शेलडक सहित चार प्रजातियों के परिंदे पहुंचे प्रवास के लिए

- विदेशी परिंदों को देखने पहुंचने लगे हैं बर्ड वाचर

VIKASNAGAR: आसन वेटलैंड प्रवासी परिंदों से गुलजार होने लगा है। रुडी शेलडक यानि सुर्खाब समेत चार प्रजातियों के प¨रदे उत्तराखंड में प्रवास के लिए पहुंच चुके हैं। चकराता वन प्रभाग के डीएफओ ने प्रवासी प¨रदों की संख्या बढ़ने पर वन कर्मियों को गश्त तेज करने के निर्देश दिए हैं। दूर दूर से बर्ड वाचर यहां इन पक्षियों को देखने पहुंचने लगे हैं।

हर साल पहुंचते हैं परिंदे

देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व आसन वेटलैंड में पटेरा घासों व झाडि़यों के झुरमुट, शांत व स्च्च्छ वातावरण होने के कारण यहां पर हर साल सुर्खाब परिंदों की संख्या सबसे ज्यादा रहती है। इस बार भी सबसे पहले सुर्खाब ही उत्तराखंड में मेहमान बनकर आया है। वेटलैंड एरिया में समय से पहले पहुंचे पलाश फिश ईगल ने अपने घोसले बनाने शुरू कर दिए हैं। कामन कूट व कामन पोचार्ड प¨रदों का भी प्रवास शुरू हो चुका है। अफगानिस्तान, म्यांमार, लद्दाख समेत ठंडे देशों से हर साल अक्टूबर में प्रवासी पक्षी यहां पहुंचते हैं, यहां ये पक्षी मार्च तक प्रवास करते हैं। सोने से दमकते परों वाले सुर्खाब को देखने के लिए पक्षी प्रेमियों का आसन झील पर आना शुरू हो गया है। जिसके चलते रेंजर आसन, जवाहर सिंह तोमर व वन बीट अधिकारी प्रदीप सक्सेना ने गश्त तेज करा दी है। जीएमवीएन के आसन पर्यटक स्थल पर बो¨टग का आनंद लेने आने वाले पर्यटक भी प्रवासी प¨रदों को कैमरे में कैद करने लगे हैं। पर्यटकों को प्रवासी प¨रदों की जलक्रीड़ाएं खूब भा रही है।

प्रवास के लिए पहुंचते हैं ये परिंदे

रुडी शेलडक यानि सुर्खाब, मैलार्ड, कामन पोचार्ड, नार्दन शावलर, स्पाट बिल डक, ग्रे लेग गूज, बार हेडेड गूज, इरोशियन विजन, कामनटील, टफट डक, इंडियन ग्रे हार्नबिल, कामन ¨कगफिशर, पाइड ¨कगफिशर, व्हाइट थ्रोटेड ¨कगफिशर, कामन मोरहेन, लिटिल कोरमोरेंट, इंडियन कोरमोरेंट, ग्रेट कोरमोरेंट, पर्पल स्वैप हेन, रीवर लैप¨वग, रेटल लैप ¨वग, पलाश फिश ईगल।