- डेथ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए मौत के कारण को विस्तार से लिखना होगा

-सर्टिफिकेट को आईसीडी के ना‌र्म्स के हिसाब से बनाना होगा

- उर्सला में सभी सरकारी हॉस्पिटल्स के अधिकारियों की हुई ट्रेनिंग

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KANPUR: जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र अब नए फॉर्मेट में मिलेगा. इसको लेकर सोमवार को उर्सला हॉस्पिटल में जिले के सभी गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स और स्वास्थ्य केंद्रों के अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गई व उन्हें नए फॉर्मेट के बारे में बताया गया. नए फॉर्मेट के हिसाब से अब डॉक्टर को पेशेंट के मरने के मूल कारणों को ज्यादा डिटेल में बताना होगा. यह सर्टिफिकेट अब इंटरनेशनल क्लासीफिकेशन ऑफ डिजीज के ना‌र्म्स के हिसाब से बनाए जाएंगे.

फॉमेट के लिए स्पेशल वर्कशॉप

मंडे को उर्सला हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल में नए फॉर्मेट के सर्टिफिकेट बनाने को लेकर एक विशेष वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इसमें मेडिकल कॉलेज से संबंद्ध हॉस्पिटलों के अलावा उर्सला, डफरिन, केपीएम, सीएचसी, पीएचसी और नगर निगम के अस्पतालों के अधिकारियों को बुलाया गया था. साथ ही सीएमओ भी मौजूद थे. इस वर्कशॉप में एआरओ आरबी शर्मा और डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने आईसीडी-क्0 ना‌र्म्स के मुताबिक बनने वाले जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र के नए फॉर्मेट के बारे में जानकारी दी.