हल्द्वानी में बीजेपी अध्यक्ष की रैलियों की सीरीज का भी समापन

-नोटबंदी के बावजूद रैली में भीड़ से गदगद है बीजेपी

-आज काशीपुर में बेहतर प्रदर्शन का कांग्रेस पर दबाव

DEHRADUN: परिवर्तन रैली के हल्द्वानी में सजे मंच पर आज बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह गरजे, तो बीजेपी के मनोबल को मानो पंख लग गए। पहले दिन से कडे़ चुनावी माहौल को महसूस कर रही बीजेपी शाह की रैलियों की सफल सीरीज खत्म होने के बाद अब फूल कर कुप्पा है। पार्टी अपने को मनोवैज्ञानिक तौर पर कांग्रेस से कहीं आगे मान रही है।

देहरादून से शुरू, हल्द्वानी में खत्म

परिवर्तन रैली में सबसे पहले क्फ् नवंबर को दून के कार्यक्रम में अमित शाह पहुंचे थे। इसके बाद, ख्ख् दिसंबर को अल्मोड़ा में शाह की रैली हुई। परिवर्तन रैली में शाह के प्रोग्राम की सीरिज आज हल्द्वानी में जब खत्म हुई, तो बीजेपी सुकून महसूस करने लायक स्थिति में पहुंच चुकी थी। विधानसभा चुनाव का ऐलान हो जाने के बाद भी अमित शाह के उत्तराखंड में प्रोग्राम लगने की पूरी संभावना है। मगर फिलहाल उन्होंने उत्तराखंड में अपना कोटा पूरा कर लिया है।

नोटबंदी संग सफल रैली से सुकून

शाह की तीनों रैली उत्तराखंड में नोटबंदी लागू होने के बाद आयोजित की गई हैं। बैंक और एटीएम में लोगों की लाइनों के बीच रैली में अच्छी खासी संख्या में भीड़ उमड़ने को बीजेपी अपनी सबसे बड़ी जीत बता रही है। हल्द्वानी की रैली में भी शाह ने नोटबंदी समेत तमाम सारे मामलों का जिक्र किया। केंद्र की उपलब्धियां गिनाई और कुमाऊं में हरीश रावत के घर में उनकी खिंचाई भी की।

आज काशीपुर में कांग्रेस की बारी

सतत विकास संकल्प यात्रा के बहाने अब कांग्रेस को काशीपुर में अपनी ताकत दिखानी है। इस यात्रा में कपिल सिब्बल मुख्य आकर्षण होंगे। सतत विकास संकल्प यात्रा के दौरान ये पहला मौका है, जब कोई केंद्रीय नेता इस कार्यक्रम में शरीक हो रहा है। अभी तक सीएम हरीश रावत और पीसीसी चीफ किशोर उपाध्याय ही मोर्चा संभालते हुए आ रहे हैं। शाह की रैली की सफलता के बाद अब कांग्रेस पर दबाव है कि वह अपनी रैली में कितनी भीड़ जुटा पाती है।

परिवर्तन रैली में शाह के भ् पंच

0क्-

-सरकार या सीएम को नहीं, बल्कि पूरे उत्तराखंड को ही बदलना है।

0ख्-

-भ्रष्टाचारी सरकार को उखाड़ना है, केंद्र की तरह पारदर्शी सरकार जरूरी।

0फ्-

-ऐसे राज्य की कल्पना नहीं थी जहां का सीएम टीवी पर लेनदेन करता हो।

0ब्-

-जिन्होंने घोटाले कर कालाधन एकत्र किया है, वे ही नोटबंदी के खिलाफ हैं।

0भ्-

-सर्जिकल स्ट्राइक ऐतिहासिक काम, इससे जवानों का भी हौसला बढ़ा है।