मीनाक्षी फंसी दुविधा में

बीजेपी स्पोक्सपर्सन मीनाक्षी लेखी अपने एक ट्वीट में तहलका दुष्कर्म कांड से जुड़ी पीड़ित महिला पत्रकार के उपनाम का खुलासा कर मुश्किल में फंस गई हैं. हालांकि मीनाक्षी लेखी ने इस मामले पर अपनी सफाई में कहा कि यह सब राजनीतिक साजिश के तहत किया गया हैं. लेखी ने कहा कि उन्होंने तहलका पत्रिका की पूर्व पत्रकार और यौन शोषण की कथित पीड़ित युवती का उपनाम अपने ट्विटर अकाउंट में कभी नहीं लिखा और यह काम किसी ने उनका अकाउंट हैक कर राजनीतिक साजिश के तहत किया है.

पांच मिनट का खेल

इस नाम को पांच मिनट बाद ट्विट से हटा दिया गया. उन्होंने कहा कि इस पांच मिनट के दौरान ही उसकी तस्वीर ले ली जाती है और फिर बहस छेड़ दी जाती है. यह राजनीति नहीं तो क्या है. लेखी के कथित ट्विट में इस युवती का उपनाम आने के बाद विवाद पैदा हो गया है और इसकी व्यापक आलोचना हो रही है. उन्होंने इस मामले में अपनी सफाई देते हुए कहा है कि यह पहला मौका नहीं है, जब उनका अकाउंट हैक किया गया है. इससे पहले भी उनका जी मेल, फेसबुक और ट्विटर अकाउंट हैक किया गया है. उन्होंने इसकी शिकायत भी की थी.

विजय जॉली मांग चुके हैं माफी

इसके पहले दिल्ली के बीजेपी लीडर विजय जॉली भी तहलका की एक्स एडिटर शोमा चौधरी के घर के बाहर नेमप्लेट पोतने और प्रदर्शन के कारण विवाद में फंसने के बाद माफी मांग चुके हैं. लेखी ने भी इस मामले पर सफाई दी है.

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