बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उत्तराखंड पहुंचकर शुरू किया संगठन की थाह लेने का अभियान

DEHRADUN: चुनावी वर्ष में बीजेपी के हाईकमान को अब लगने लगा है कि बाजी उसके हाथ में आने वाली है। मगर पार्टी में गुटबाजी और चुनावी दावेदारी उसकी चिंता का सबसे बड़ा विषय है। संगठन की मजबूती और कमजोरी की थाह लेने आए राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आज पहले ही दिन इस बात को महसूस भी किया। प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में उन्होंने जब टिकट के दावेदारों के हाथ खडे़ कराए, तो ज्यादातर हाथ हवा में दिखाई दिए। जाहिर तौर पर ये स्थिति कैलाश विजयवर्गीय के चकराने जैसी थी। हालांकि उन्होंने अपनी तरफ से एकजुटता का मंत्र पदाधिकारियों को दिया।

जिसे टिकट मिले, उसके साथ खडे़ हों

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पदाधिकारियों से साफ कहा कि दावेदार बहुत ज्यादा है, लेकिन टिकट सिर्फ 70 को ही मिलेगा। इसलिए बेहतर यही है कि जिसे भी टिकट मिले, उसके लिए सभी मिलजुलकर काम करें। पार्टी के अनुकूल माहौल है, बस इसे जीत में कन्वर्ट करना है।

ताबड़तोड़ मीटिंग, जुटाते रहे फीडबैक

सोमवार को दिन भर कैलाश विजयवर्गीय ने मीटिंग का दौर जारी रखा। उन्होंने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ घंटों मीटिंग की। सोमवार को पूरा दिन उनकी तीन बड़ी मीटिंग हुई। उन्होंने प्रकोष्ठों के अध्यक्षों के साथ बैठक की। प्रकल्पों के पदाधिकारियों के साथ भी वह तसल्ली से बैठे। इसके अलावा प्रदेश पदाधिकारियों के साथ मीटिंग करके चुनावी संभावनाओं पर बात की।

चेहरा तलाशने में काम आएगी कवायद

बीजेपी इस वक्त जिस सबसे बड़ी परेशानी से जूझ रही है, वह पार्टी के उत्तराखंड में चेहरे से जुड़ा है। पार्टी के सामने सीएम पद के कई दावेदार मौजूद हैं। कांग्रेस से बीजेपी में आए कद्दावर नेताओं के बाद तो यह लिस्ट और लंबी हो गई है। ऐसे में कैलाश विजयवर्गीय को उत्तराखंड में तीन दिन भेजकर हाईकमान ने उनसे मजबूत फीडबैक की अपेक्षा की है।