RANCHI: मुरहू थाना क्षेत्र स्थित बगमा गांव में बीती रात अज्ञात अपराधियों ने भाजपा नेता भैयाराम मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं, घर में घुसकर अंधाधुंध की गई फायरिंग में भैयाराम की मां, भाई बिरसा मुंडा व पत्नी भी गोली लगने से घायल हो गए हैं। बिरसा को बेहतर इलाज के लिए रांची स्थित रिम्स में भर्ती कराया गया है। वहीं, मां और पत्‍‌नी का इलाज खूंटी के सदर हॉस्पिटल में चल रहा है। घायलों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है। सूचना पाकर सुबह ब् बजे के आसपास खूंटी एसडीपीओ रणवीर सिंह, थाना प्रभारी एके दुबे पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पहुंचे और बॉडी को कब्जे में लिया। बाद में एसपी अश्रि्वनी सिन्हा भी मौके पर पहुंचे। गौरतलब हो कि भैयाराम ग्राम प्रधान, महर्षि आश्रम मालियादा के सचिव सहित भाजपा एसटी मोर्चा में मंत्री भी थे और भाजपा मुरहू मंडल के उपाध्यक्ष भी। पीएलएफआइ नक्सलियों पर शक पुलिस के अनुसार, बीती रात करीब क्0 बजे के आसपास क्भ् से ख्0 की संख्या में वर्दी पहने हथियारों से लैस अपराधियों ने भाजपा नेता के घर में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। पुलिस को नक्सली संगठन पीएलएफआई पर हत्या करने का शक है। बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने यहां लगभग क्00 राउंड फायरिंग की। इधर, नक्सली संगठन पीएलएफआई के जोनल कमांडर मार्टिन ने इस कांड में संगठन के शामिल होने की खबरों से इनकार किया है। मार्टिन ने बताया कि पीएलएफआई का भाजपा नेता से कोई लेना-देना नहीं था। .बॉक्स। पापा ने ठेकेदार का पता नहीं बताया तो कर दी हत्या मारे गए भाजपा नेता भैया राम की बेटी सेतेंग दुलारी मुंडू ने बताया कि पीएलएफआइ उग्रवादी गांव में बन रही सड़क के ठेकेदार व मुंशी के बारे में पापा से बात कर रहे थे। ठेकेदार का पता नहीं बताने पर ही नकसलियों ने पापा को गोली मार दी। उसने बताया कि पापा को सात-आठ गोलियां मारी गई हैं। उसने जिला प्रशासन से अपने परिवार की आर्थिक मदद व सुरक्षा की गुहार लगाई है। वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया कि लेवी के लिए हत्याकांड को अंजाम दिया गया होगा। क्योंकि, भैयाराम मुंडा गांव के ग्रामप्रधान थे। सड़क पीढ़ीटोली से बगमा तक बन रही थी। वर्जन मामले की जांच हो रही है। पीएलएफआइ घटना में शामिल नहीं हो सकता है। दूसरे संगठन का काम हो सकता है। जांच के बाद ही इसकी पुष्टि होगी। हालांकि, पीएलएफआइ को केंद्र में रखकर जांच हो रही है। हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। -अश्विनी कुमार सिन्हा, एसपी, खूंटी