- भाजपा के वरिष्ठ नेता उमेश अग्रवाल का लम्बी बीमारी के बाद संडे को निधन

- संडे तड़के 3.30 बजे ली आखिरी सांस, लक्खीबाग श्मशान घाट पर हुआ अंतिम संस्कार

DEHRADUN: भाजपा के वरिष्ठ नेता उमेश अग्रवाल का लंबी बीमारी के कारण संडे को निधन हो गया. वह पिछले कुछ वर्षो से कैंसर से पीडि़त थे. संडे को लक्खीबाग श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट समेत कई नेताओं ने उमेश अग्रवाल के घर पहुंचकर श्रद्वांजलि दी.

सिंगापुर में हुई थी कैंसर की सर्जरी

उमेश अग्रवाल की कुछ माह पहले ही सिंगापुर में मुंह के कैंसर की सर्जरी हुई थी. इंफेक्शन बढ़ने पर परिजन जून के दूसरे सप्ताह में उन्हें सिंगापुर में ले गए. जहां डॉक्टर्स ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए कीमोथैरेपी से इनकार कर दिया था. जिसके बाद परिजन उन्हें वापस घर लेकर आए थे. संडे तड़के सुभाषनगर (क्लेमेंटटाउन) स्थित घर पर उनकी तबियत बिगड़ गई और 3.30 बजे उनका निधन हो गया.

व्यापारी नेता के रूप में थे सक्रिय

उमेश अग्रवाल पूर्व सीएम बीसी खंडूरी के करीबी रहे. वह भाजपा महानगर के पूर्व अध्यक्ष और प्रांतीय उद्योग प्रतिनिधि मंडल के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष, दून उद्योग व्यापार मंडल के संरक्षक, अग्रवाल महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष आदि पदों पर रहे. उमेश की सक्रियता व्यापारी नेता के रूप में भी थी. इसके अलावा वे मेयर और धर्मपुर सीट से बीजेपी के प्रबल दावेदारों में शामिल रहे, लेकिन टिकट न मिलने के बाद भी वे पार्टी के लिए काम करते रहे. उनके निधन पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट समेत भाजपा के कई मंत्री, विधायक और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने घर पहुंचकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. वह अपने पीछे पत्‍‌नी रजनी, दो बेटे सिद्धार्थ और प्रांजल को छोड़ गए हैं.