बिहार के चीफ मिनिस्टर व जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि फिलहाल बैटिंग वह करेंगे और फील्िडंग बीजेपी को करनी होगी. गठबंधन बचाने की जिम्मेदारी बीजेपी को निभानी होगी. बीजेपी हालांकि इसके लिए तैयार नहीं है. उसने भी यह साफ कर दिया कि इसकी जिम्मेदारी सभी पार्टियों की है.

जेडीयू की बैठक में छाए मोदी

नीतीश ने संडे को सीधे तौर पर नरेंद्र मोदी से भिडंत की. हाल यह था कि जेडीयू की बैठक में लगभग 40 मिनट के नीतीश की स्पीच में आधे से ज्यादा समय तक मोदी ही छाए रहे. पीएम कैंडीडेट डिक्लेयर करने के लिए जेडीयू ने बीजेपी को डेडलाइन दे दी. नीतीश ने कि उन्हें अनसुना किया गया तो हालात के अनुसार डिसीजन लेंगे.

पार्टी अध्यक्ष शरद यादव से लेकर नीतीश तक ने यह तो जरूर कहा कि वह अपनी ओर से गठबंधन तोडऩा नहीं चाहते, लेकिन शर्तें भी रख दीं. बीजेपी भले ही पीएम कैंडीडेट डिक्लेयर करने से बचना चाहती है, जेडीयू ने अपने राजनीतिक प्रस्ताव में इस साल के अंत तक कैंडीडेट का नाम डिक्लेयर करने को कहा है.

जेडीयू ने गिनाई पीएम की क्वालिटी

जेडी ने पीएम के चार गुण गिनाए और कहा कि कैंडीडेट की धर्मनिरपेक्ष छवि पर संदेह न हो और नेशनल एजेंडे के अनुरूप चलने पर बाध्य हो. जिस बीजेपी में गुजरात के चीफ मिनिस्टर मोदी इस दौड़ में सबसे आगे खड़े हों, उसके सामने जेडीयू की यह शर्त बहुत कुछ कहती है. कुछ लोगों का मानना है कि इसके जरिए जेडीयू ने अपोजिशन के हमले को थामने की कोशिश की है, तो कुछ इसे अलग रास्ता अपनाने की सुगबुगाहट मान रहे हैं.

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