- खंड स्नातक विधान परिषद के उपचुनाव में निकटतम प्रत्याशी मानवेंद्र स्वरूप को 1816 मतों से हराया

- प्रथम वरीयता में किसी प्रत्याशी को नहीं मिले जीत के लिए निर्धारित मत, द्वितीय वरीयता से आया नतीजा

KANPUR: कानपुर खंड स्नातक विधान परिषद के उप चुनाव में भाजपा के अरुण पाठक ने क्8क्म् मतों से मानवेन्द्र स्वरूप को पराजित किया। प्रथम वरीयता के मतों की गणना के दौरान निर्धारित मत किसी प्रत्याशी को नहीं मिले थे। ऐसे में द्वितीय वरीयता के मतों की गणना हुई तो अरुण पाठक के सिर पर जीत का सेहरा बंधा। जागेन्द्र स्वरूप के निधन से रिक्त हुई कानपुर खंड स्नातक सीट पर क्9 जनवरी को मतदान हुआ था। जिसमें म्80म्फ् मतदाताओं ने वोट किया था। मतगणना के दौरान ब्म्ख्म् वोट अवैध पाये गये थे। जबकि 7फ् मतदाताओं ने नोटा का प्रयोग किया था।

प्रथम वरीयता के लिए फ्क्, म्8फ् मतों का कोटा

प्रथम वरीयता के मतों से जीत के लिए फ्क्, म्8फ् मतों का कोटा निर्धारित किया गया था लेकिन कोई भी प्रत्याशी कोटे के अनुसार मत नहीं प्राप्त कर सका। भाजपा के अरुण पाठक को प्रथम वरीयता में ख्ख्, क्70 वोट मिले थे जबकि मानवेन्द्र स्वरूप ने ख्ख्, ब्फ्फ् वोट पाकर अरुण पर बढ़त बना ली थी। चूंकि कोटा के अनुसार किसी को भी मत नहीं मिले ऐसे में द्वितीय वरीयता के मतों की गणना की गई। जिसमें भाजपा के अरुण पाठक ने बाजी मार ली। अरुण ने द्वितीय वरीयता के क्8क्म् वोट पाकर मानवेन्द्र स्वरूप को पराजित किया। निर्वाचन अधिकारी एवं मंडलायुक्त मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन ने उन्हें विजयी घोषित किया। पार्टी उम्मीदवार की जीत के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई और उन्होंने ढोल नगाड़ों के साथ विजय जुलूस निकाला।