- मई से जुलाई तक 108 इमरजेंसी सेवा द्वारा एक्सीडेंट के केस के आधार पर तैयार की गई है रिपोर्ट

- 12 ब्लैक स्पॉट में से 9 हरिद्वार हाईवे, राजपुर रोड, रिंग रोड, बल्लीवाला में एक-एक स्पॉट

- पीडब्ल्यूडी और ट्रैफिक पुलिस को सौंपी जाएगी रिपोर्ट

देहरादून,

रोड एक्सीडेंट के लिहाज से दून में 12 ब्लैक स्पॉट जानलेवा बने हैं। इमरजेंसी एंबुलेंस सर्विस 108 द्वारा ये ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। इन स्पॉट्स पर मई से जुलाई तीन माह के भीतर औसतन 4 से 6 एक्सीडेंट्स हुए हैं। संबंधित विभागों को ये रिपोर्ट सौंपी जा रही है, ताकि इन्हें दुरुस्त करते हुए एक्सीडेंट्स रोके जा सकें।

3 माह में 4 से 6 एक्सीडेंट

108 इमरजेंसी एंबुलेंस सर्विस ने 12 ऐसे ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए हैं, जहां बीते मई से जुलाई के बीच तीन माह में सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट हुए हैं। 12 ब्लैक स्पॉट में से 9 हरिद्वार हाईवे पर हैं, जो आईएसबीटी से लेकर रायवाला तक हैं। इसके अलावा एक स्पॉट राजपुर रोड पर जाखन, एक रिंग रोड पर 6 नम्बर पुलिया, एक बल्लीवाला पर चिन्हित किया गया है। इन लोकेशंस पर अप्रैल से जुलाई तक एवरेज 4 से 6 एक्सीडेंट हुए हैं।

स्टेट में 120 ब्लैक स्पॉट्स

108 इमरजेंसी एंबुलेंस सर्विस का संचालन कर रही कैंप कंपनी के जीएम (प्रोजेक्ट) अनिल शर्मा ने बताया कि कंपनी ने जब से 108 एम्बुलेंस का संचालन शुरू किया है तब से एक्सीडेंट वाले लोकेशन को चिन्हित किया जा रहा था। जिससे ये पता चल जाए कि सबसे ज्यादा एक्सीडेंट केस कहां से आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में ऐसे 120 स्पॉट चिन्हित किए गए हैं, जिनमें देहरादून के 12 स्पॉट शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट को पीडब्ल्यूडी, ट्रैफिक पुलिस को सौंपा जाएगा। जिससे एक्सीडेंट के कारणों और उनके उपायों पर काम किया जा सके।

आईएसबीटी से मियांवाला तक सेंसिटिव

दून में 12 ब्लैक स्पॉट चिन्हित होने के बाद अब कैंप ने अपनी एम्बुलेंस की लोकेशंस भी ऐसे स्पॉट्स के आस-पास रखने का फैसला लिया है। ताकि, एक्सीडेंट होते ही क्विक रिस्पॉन्स दिया जा सके। आईएसबीटी से मियांवाला चौक तक का पैच सबसे ज्यादा सेंसिटिव बताया गया है, यहां हर समय एंबुलेंस की जरूरत पर जोर दिया गया।

दून में 19 एंबुलेंस हैं तैनात

दून में फिलहाल 108 सर्विस की 19 एम्बुलेंस तैनात हैं, जो कि अलग-अलग लोकेशन पर रिजर्व की गई हैं। इनमें आईएसबीटी, विधानसभा, दून हॉस्पिटल जैसे प्रमुख प्लेस शामिल हैं, जहां 24 घंटे एम्बुलेंस खड़ी रहती है। इसके अलावा दूसरे लोकेशन के लिए चंदरनगर स्थित हेड ऑफिस से एंबुलेंस भेजी जाती है।

बीमारियों की रिपोर्ट भी करेंगे तैयार

कैंप के जीएम अनिल शर्मा ने बताया कि बीते 3 महीनों में इमरजेंसी केसेज के अलावा दूसरे मामलों को लेकर भी कॉल आई हैं। जो बीमारियों से संबंधित हैं। बताया कि कई बीमारियों का सामान्य सा इलाज है, लेकिन लोग उनसे डरते हैं। ऐसी बीमारियों की भी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इनमें ब्लड शुगर, बीपी, मलेरिया, डायरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारियां शामिल हैं। रिपोर्ट तैयार कर हेल्थ डिपार्टमेंट को सौंपी जाएगी।

3 माह में दून में एक्सीडेंट्स

580 एक्सीडेंट्स हुए दून में

168 केस मई में

194 केस जून में

218 केस जुलाई में

3 माह में प्रदेश में एक्सीडेंट्स

2139 एक्सीडेंट पूरे प्रदेश में

पहले नंबर पर देहरादून- 580

दूसरे नंबर पर यूएसनगर- 364

तीसरे नंबर पर नैनीताल - 336

ये ब्लैक स्पॉट किए चिन्हित

आईएसबीटी

कारगी चौक

रिस्पना पुल

मियांवाला चौक

लच्छीवाला

डोईवाला चौक

डोईवाला-भानियावाला

नेपाली फार्म

रायवाला

6 नम्बर पुलिया

बल्लीवाला

जाखन

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दून में 12 ऐसे ब्लैक स्पॉट हैं, जहां सबसे ज्यादा एक्सीडेंट होते हैं। पिछले तीन माह में इन स्पॉट्स पर 4 से 6 एक्सीडेंट हुए हैं। इसकी रिपोर्ट पीडब्ल्यूडी और ट्रैफिक पुलिस को सौंपी जाएगी, ताकि यहां सुरक्षा के इंतजाम किए जा सकें।

अनिल शर्मा ,जीएम प्रोजेक्ट, कैंप