-दूसरे वाहन में रखते समय फटा, बिखरे टुकड़ों से दो लोग घायल

-विस्फोट से हुई दहशत से जान बचाकर दुकानाें में छुपे नागरिक

आगरा। सड़क पर अनलोडिंग के दौरान गुरुवार को प्रतापपुरा में एक ऑक्सीजन गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया। इससे क्षेत्र में खलबली मच गई। धमाके के साथ ही सिलेंडर के टुकड़े चारों ओर बिखर गए। इससे दो लोग घायल हुए हैं। इलाके में दहशत के साथ अफरा-तफरी मच गई। बम विस्फोट की आशंका से लोग दुकानों में छुप गए। शमसाबाद मार्ग स्थित नालंदा टाउन निवासी विवेक अस्पताल और वेल्डिंग की दुकानों पर ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई करता है। प्रतापपुरा के सेंट मैरी चर्च के सामने सड़क पर खुलेआम इन सिलेंडरों अस्पतालों के लिए लोड किया जाता है।

विस्फोट से दहले आस-पास के लोग

गुरुवार दोपहर 12 बजे सिकंदरा क्षेत्र से मेटाडोर से 22 सिलेंडर लेकर चालक एदल सिंह आया था। मजदूर मुस्लिम निवासी धनौली और रामहेत निवासी प्रकाश नगर नुनिहाई उसे मेटाडोर से उतारकर दूसरे वाहन में रख रहे थे। एक सिलेंडर को दूसरे वाहन में रखने के दौरान उसका वॉल्व निकल गया। विस्फोट के धमाके से आसपास के लोग दहल उठे। चालक मेटाडोर छोड़कर भाग खड़ा हुआ। सिलेंडर के टुकड़े इधर-उधर बिखर गए। इन टुकड़ों से मजदूर मुस्लिम और साइकिल पर जा रहा राहगीर बिजेंद्र निवासी राजपुर चुंगी गंभीर घायल हो गए। बिजेंद्र के सिर और मुस्लिम के दोनों पैर बुरी तरह जख्मी हो गए।

50 मीटर दूर गिरे टुकड़े

अन्य टुकड़ा प्रधान डाकघर परिसर की चारदीवारी की लोहे की ग्रिल तोड़ते हुए 50 मीटर दूर जाकर गिरा। जबकि दूसरा टुकड़ा प्रधान डाकघर के मुख्य द्वार के पास 100 मीटर दूर जाकर गिरा। धमाके और सिलेंडर के बिखरे टुकड़ों से आसपास के लोगों में दहशत के चलते भगदड़ मच गयी। बम विस्फोट की आशंका में लोग दुकानों में दुबक गए।

तीस मिनट रही अफरा-तफरी

आधा घंटे अफरातफरी की स्थिति रही। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों मुस्लिम और बिजेंद्र को अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने दोनों की हालत खतरे से बाहर बतायी हैं। सीओ सदर असीम चौधरी ने बताया कि मौके से पकड़े गए रामहेत और महेश से पुलिस पूछताछ कर रही है।

कुछ देर पूर्व गुजरी थी स्कूली बच्चे

जिस जगह पर ऑक्सीजन सिलेंडर में विस्फोट हुआ, वहां से सेंट एंथनीज कॉलेज करीब 100 मीटर दूर है। नर्सरी के बच्चों की हादसे से आधा घंटे पहले ही छुट्टी हुई थी। घटनास्थल के पास से दर्जनों बच्चे करीब दस मिनट पहले ही निकले थे।

विस्फोट से कान सुन्न, आंखों में अंधेरा

धमाका इतना जबरदस्त था कि आसपास मौजूद लोगों के कान सुन्न हो गए, वह कुछ देर के लिए सुनने की क्षमता खो बैठे थे। घटना के समय वहां से गुजरते राहगीर पुरानी मंडी, ताजगंज निवासी मुकेश ने बताया विस्फोट से उनकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया। उनको ऐसा लगा कि उनके कान के पर्दे फट गए हैं। करीब दस मिनट तक वह बदहवास हालत में रहे। प्रत्यक्षदर्शी श्याम सिंह, राकेश और आरिफ भी बहुत देर बाद सामान्य हो पाए।

क्षेत्रीय लोगों ने किया था विरोध

विस्फोट से क्षेत्रीय लोगों और आसपास के दुकानदारों में आक्रोश था। उनका कहना था कि व्यस्त मार्ग पर स्कूल के करीब कई महीनों से ऑक्सीजन सिलेंडरों की लोडिंग की जा रही है। इसे लेकर उन्होंने सिलेंडर लेकर आने वाले वाहन चालकों से विरोध भी जताया था।