इस धमाके की वजह से शहर की इमारतें तबाह हो गई हैं. इस बीच एक दूसरा धमाका होने की भी रिपोर्टें आ रही हैं. ये बम धमाका मस्जिद के नजदीक हुआ जब लोग शाम की नमाज़ अदा करके जा रहे थे. अभी तक इस बम हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है.हालांकि बीबीसी संवाददाता का कहना है कि सुन्नी चरमपंथी समूह पर शक की सुई घूमी हुई है.

हाल ही में देखा गया है कि पाकिस्तान में सुन्नी समुदाय सांप्रदायिक हमलों में शिया समुदाय को निशाना बना रहा है. धमाके की वजह से आकाश में धुएं का एक बड़ा गुबार फैल गया और इसकी वजह से बिजली भी चली गई.

राहत कार्य
इस बीच राहतकर्मियों को मलबे में फंसे लोगों तक पहुंचने में खासी मश्कत करनी पड़ रही है. स्थानीय मीडिया के अनुसार बत्ती गुल होने के कारण यहां रहने वाले लोगों ने हताहतों की तलाश के लिए गाड़ियों की लाइट जला दी है.

अधिकारियों का कहना है इस धमाके में करीब 150 लोग घायल हो गए हैं. पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि ये विस्फोटक कहां-कहां लगाए गए थे साथ ही इसके आत्मघाती हमले होने की आशंकाओं को तलाश रही है.

रिपोर्टों के अनुसार राहतकार्य में थोड़ी देरी आई क्योंकि इस हमले से गुस्साए लोगों ने हवा में गोली चलानी शुरु कर दी थी. जनवरी और फरवरी महीने में क्वेटा के दक्षिणी पश्चिम इलाके में शिया समुदाय पर हुए दो अलग-अलग बम हमले में करीब 200 लोग मारे जा चुके हैं.

 

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