- 18 फरवरी से 6 मार्च तक होंगे यूपी बोर्ड के एग्जाम, डीआईओएस ऑफिस से होगी निगरानी

- नकल रोकने के लिए सभी सेंटर्स लगाए गए सीसीटीवी, वायस रिकॉर्डर, राउटर और ब्रॉडबैंड

बरेली : यूपी बोर्ड के एग्जाम कल यानि 18 फरवरी से शुरू हो रहे हैं, जो छह मार्च तक चलेंगे। इसको लेकर पुलिस और प्रशासन ने कमर कस ली है। नकल रोकने के लिए सभी एग्जाम सेंटर्स पर सीसीटीवी, वायस रिकॉर्डर, राउटर, ब्रॉडबैंड लगाए गए हैं, जिसका डाटा रिजल्ट आने के एक मंथ बाद तक रखा जाएगा। वहीं सेंटर्स के आस-पास धारा 144 लागू रहेगी।

डीआईओएस करेंगे निगरानी

केंद्रीय कारागार समेत 132 सेंटर्स पर 96913 स्टूडेंट्स एग्जाम देंगे। जिसकी निगरानी डीआईओएस ऑफिस से की जाएगी। जो सीधे प्रांतीय मुख्यालय से जोड़ा गया है। साथ ही पांच सचल दल बनाए गए है, जिसमें फीमेल टीचर्स को भी शामिल किया गया है। छात्राओं की तलाशी फीमेल टीचर्स ही लेंगी। वहीं देहात के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी की समस्या होने के चलते नकलविहीन परीक्षा करने पर संदेह जताया जा रहा है। परीक्षा के दौरान स्कूल के चेयरमैन मिलने और नकल का कोई मामला पकड़े जाने पर जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

ड्यूटी से बचना पड़ेगा भारी

यूपी बोर्ड एग्जाम में डयूटी से बचने के लिए टीचर्स सभी हथकंडे अपना रहे हैं। शासन ने सीएमओ से प्रमाणित मेडिकल सर्टिफिकेट पर ही एग्जाम ड्यूटी से राहत देने का निर्देश दिया था, लेकिन दो प्रिंसिपल सहित सात टीचर्स ने बोर्ड ड्यूटी से बचने के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल के मेडिकल सर्टिफिकेट लगा दिए हैं। इन मेडिकल सर्टिफिकेट को डीआईओएस ने संदिग्ध मानते हुए मेडिकल बोर्ड के पास जांच के लिए भेजा है।

जांच के बाद डिसीजन

डॉ। बीआर अंबेडकर पब्लिक इंटर कॉलेज विशारतगंज के प्रिंसिपल ज्ञानेश कुमार शर्मा, सतीश चंद्र इंटर कॉलेज पडेरा फरीदपुर के प्रिंसिपल मंगलराम सोनकर, एफआर इस्लामिया इंटर कॉलेज के प्रवक्ता तौकीर सिद्दीकी, एमबी इंटर कॉलेज के प्रवक्ता मनोज कुमार पाराशरी, सीएसए इंटर कॉलेज फरीदपुर के प्रवक्ता डॉ। काशीनाथ सिंह, श्री मोती लाल नेहरु इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल सोमपाल शर्मा और आदर्श शिक्षा निकेतन गोपालपुर के सहायक अध्यापक यशपाल ने एग्जाम ड्यूटी न करने के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल का मेडिकल सर्टिफिकेट लगाया है। डीआईओएस डॉ। अमरकांत सिंह ने बताया कि मेडिकल बोर्ड से पास होने और सीएमओ से जारी प्रमाण पत्र के आधार पर ही शिक्षकों को एग्जाम से रिलीव किया जाएगा।