- निगम में हुई बोर्ड बैठक में रखे गए प्रस्ताव, स्मार्ट सिटी के प्रस्ताव पर फंसा पेंच

- डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और नाला सफाई के लिए बजट निर्धारण पर नहीं बनी सहमति

बरेली: स्मार्ट सिटी पर चल रही नगर निगम अफसरों और पार्षदों की तल्खी बोर्ड बैठक में भी दिखी। स्थगन के बाद थर्सडे को हुई साढ़े छह घंटे की बोर्ड बैठक में पार्षदों ने अफसरों के स्मार्ट सिटी, नालों की सफाई और डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए बजट बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव खारिज कर दिए। पार्षदों ने पहले इन्हें कार्यकारिणी में रखने की बात कही। इस पर सभापति मेयर ने तीनों प्रस्ताव कार्यकारिणी में रखने को कहा। वहीं सेंट्रल जेल के पास नया बस अड्डा निर्माण, टैक्स में रियायत आदि के प्रस्ताव पास हो गए।

पहले विरोध फिर बनी सहमति

नगर निगम के सभागार में बोर्ड बैठक थर्सडे दोपहर तीन बजे से शुरू हुई। बैठक में में सेंट्रल जेल की खाली पड़ी जमीन पर नया बस अड्डा बनाने का प्रस्ताव रखा गया। इस पर भाजपा पार्षदों समेत कुछ पार्षदों ने प्रस्ताव अधूरा होने की बात कही। नगर निगम अफसरों ने पेपर फाइल में लगे होने का तर्क दिया। पेपर्स देखने के बाद प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।

पहले कार्यकारिणी में रखें प्रस्ताव

ग्राम खड़ौआ में स्वास्थ्य केंद्र के प्रस्ताव को भी मंजूर किया गया, लेकिन इसके बाद के तीनों प्रस्ताव पर पार्षदों ने असहमति जताई, जिसमें स्मार्ट सिटी बरेली के विभिन्न परियोजनाओं के लिए सदन से अनापत्ति लेना, नालों की सफाई के साथ ही डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य एजेंसियों से कराने के लिए बजट वृद्धि के प्रस्ताव पर नाराजगी जताई। पार्षदों ने कहा कि स्मार्ट सिटी के सभी प्रस्ताव एक ही प्रस्ताव में ना रखे जाएं बल्कि प्रत्येक का विस्तृत प्रस्ताव अलग बनाया जाए। ऐसे ही बजट संबंधी प्रस्ताव भी आम बैठक में ना रखकर पहले कार्यकारिणी में रखे जाएं। इससे यह तीनों प्रस्ताव पास नहीं हो सके।

चौराहों के बदले जाएंगे नाम

शहर का चौकी चौराहा अब अटल चौक और डेलापीर चौराहा अभिनंदन चौक के नाम से जाना जाएगा। बोर्ड बैठक में रखे गए इस प्रस्ताव को मेयर समेत समस्त पार्षदों ने सर्व सम्मति से स्वीकार किया।

वर्जन

बोर्ड बैठक में कई अहम प्रस्ताव पारित हुए, वहीं स्मार्ट सिटी और डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के कार्यो के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया।

ईश शक्ति कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त।