13 मई तक सीसीएसयू ने मांगा है सभी का डाटा, मगर एक भी बोर्ड का नहीं आया डाटा

यूनिवर्सिटी यूपी लेवल पर सभी बोर्ड को फॉर्मेट भेजकर मांगा है डाटा

70 लाख छात्रों का डाटा मांगा गया है यूपी स्तर पर

Meerut. रिजल्ट आने के बाद अब स्टूडेंट्स सीसीएस यूनिवर्सिटी में एडमिशन की तैयारी कर रहे हैं. वहीं, सीसीएसयू ने भी दाखिले को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. ऐसे में विवि ने सभी बोर्ड से डाटा मांगा है, लेकिन अभी तक एक भी बोर्ड ने यूनिवर्सिटी को स्टूडेंट्स का डाटा उपलब्ध नहीं कराया है. इससे कहीं एडमिशन लेट न हो जाए. दरअसल, यूनिवर्सिटी में आलाधिकारियों को यही चिंता सता रही है, ऐसे में वो बार बार सभी बोर्ड को मेल भेज रहे है.

70 लाख स्टूडेंट्स का डाटा

अगर हम यूपी स्तर पर बात करें तो यूपी बोर्ड, सीबीएसई व आईसीएससी के 70 लाख के आसपास स्टूडेंट्स ने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की है. वहीं, मेरठ में तीनों बोर्ड के तकरीबन 15 लाख के आसपास होंगे. यूनिवर्सिटी ने यूपी स्तर पर सभी बोर्ड का डाटा मांगा है, 13 मई तक सभी बोर्ड को लास्ट समय दिया गया है, लेकिन अभी तक विभाग डाटा देने की शुरुआत तक नहीं कर पाए है, ऐसे में विभाग से डाटा न आने पर देरी न हो जाए.

हो सकती है देरी

सबसे पहले सभी बोर्ड के डाटा विवि के अनुसार भेजे जाते है, फिर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरु होती है, रजिस्ट्रेशन करने वाले स्टूडेंट्स का मिलान इसी डाटा से किया जाता है. जिसमें चेक किया जाता है अगर डाटा गलत है तो ऐसे स्टूडेंट्स को फर्जी माना जाता है व उनका फार्म रिजेक्ट कर दिया जाता है. लेकिन अभी तक डाटा देने की शुरुआत तक नहीं हो पाई है. जिसके चलते एडमिशन प्रक्रिया शुरु करने में देरी हो सकती है, इसकी चिंता अधिकारियों को भी सता रही है. हालांकि विवि में 18 तक रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरु करने का दावा किया जा रहा है.

सभी बोर्ड से डाटा मांगे गए है, यूपी लेवल पर पास आउट सभी बोर्ड के डाटा से रजिस्ट्रेशन करने वाले स्टूडेंट्स का मिलान किया जाता है. तभी प्रक्रिया होना संभव है, लेकिन अभी तक बोर्ड डाटा उपलब्ध नहीं करा पाए है.

प्रो. वाई विमला, प्रोवीसी, सीसीएसयू