शव को स्थानीय अस्पताल में रखा जाएगा और उसके बाद उसे उनके पैतृक गाँव उडुपी के शिरवा गाँव में ले जाया जाएगा, जहां सोमवार शाम उनका अंतिम संस्कार होना है.

उडुपी के पुलिस अधीक्षक एम. वोरालिंगैया का कहना है कि अंतिम संस्कार में जुटने वाली भारी भीड़ के मद्देनज़र सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं. उनका कहना है कि जेसिंथा के परिवार वालों के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय और दूर-दराज के लोगों के इसमें शामिल होने की संभावना है.

इससे पहले शनिवार शाम लेसिंथा का शव मुंबई पहुंच गया. उनका अंतिम संस्कार सोमवार शाम उडुपी के उनके गांव शिरवा में किया जाएगा.

अंतिम संस्कार

शिरवा के स्थानीय चर्च के पादरी स्टैनी टाउरो ने बीबीसी से बात करते हुए बताया कि चर्च के कब्रिस्तान में जेसिन्था के शव को दफ़नाने के लिए कब्र की खुदाई का काम चल रहा है. जेसिन्था का शव रविवार को मैंगलोर लाया जाएगा और सोमवार को उन्हें उनके गांव शिरवा भेज दिया जाएगा.

मैंगलोर में जेसिन्था की मां रहती हैं और शिरवा में उनकी ससुराल है जहां उनकी सास और ननद रहती हैं. शिरवा में ही सोमवार दोपहर को स्थानीय चर्च में एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया जा रहा है जिसमें जेसिन्था सल्दान्हा को लोग अंतिम श्रद्धांजलि देंगे.

हालांकि जेसिन्था के परिवार वाले उनकी मौत पर खुलकर कुछ भी नहीं कह रहे हैं लेकिन दबे शब्दों में उनके आत्महत्या के कारणों की स्वतंत्र जांच करवाने की मांग कर रहे हैं. बुधवार को जेसिन्था की याद में उनके गांव उडुपी में कैंडिल मार्च का भी आयोजन किया गया था.

इस जुलूस में बड़ी तादाद में शिरवावासी शामिल हुए. इस जुलूस का आयोजन स्थानीय रोमन कैथलिक चर्च ने किया जिसमें जेसिन्था के परिवार के करीबी मित्रों के अलावा आम लोगों ने भी हिस्सा लिया था.

लंदन में शोकसभा 

इस बीच लंदन में भी जेसिन्था की याद में एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है. ये प्रार्थना सभा लंदन के वेस्टमिन्सटर कैथिड्रल में आयोजित की जा रही है.

जेसिन्था लंदन के किंग-एडवर्ड सप्तम अस्पताल में नर्स थीं. इसी अस्पताल में 'डचेस ऑफ केंब्रिज' और राजकुमार विलियम की पत्नी केट विलियम को गर्भावस्था के दौरान होने वाले मॉर्निंग सिकनेस के लिए भर्ती कराया गया था.

अस्पताल में ड्यूटी के दौरान एक ऑस्ट्रेलियाई रेडियो चैनल के दो उदघोषकों ने फर्ज़ी कॉल कर केट के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी. ये फोनकॉल उस वक्त ड्यूटी पर मौजूद जेसिन्था को ट्रांसफर कर दिया गया था, जहां उन्होंने दोनों फर्ज़ी कॉलर्स को ब्रिटेन की महारानी और प्रिंस ऑफ वेल्स समझकर उन्हें केट के स्वास्थ्य की जानकारी से दे दी थी.

इस घटना के बाद जेसिन्था काफी तनाव में थी और तीन दिन बाद उनका शव उनके कमरे में लटका हुआ पाया गया था. ब्रिटेन में वेस्टमिन्सटर कोरोनर कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू हुई और फिर उसे 26 मार्च तक के लिए टाल दिया गया है.

पुलिस ने सात दिसंबर को अदालत में बयान दिया था कि जेसिन्था सल्दान्हा फंदे से लटकी हुई पाई गई थीं. जबकि लंदन की एंबुलेंस सेवा ने बताया था कि जेसिन्था की कलाई पर ज़ख्म के निशान थे.

जेसिन्था के कमरे से दो नोट भी बरामद हुए थे. 46 साल की जेसिन्था दो बच्चों की मां थीं और ब्रिटेन के किंग एडवर्ड अस्पताल में बतौर नर्स कार्यरत थीं.


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