-सिंटर प्लांट के पीछे रेल ट्रैक पर पड़ा था क्षत-विक्षत शव

-सूचना मिलने पर कंपनी के सुरक्षा अधिकारियों ने छानबीन की

JAMSHEDPUR: टाटा स्टील के जमशेदपुर व‌र्क्स में सिंटर प्लांट के पीछे रेल टै्रक पर शव मिलने से शुक्रवार की सुबह म्.क्भ् बजे सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर कंपनी के सुरक्षा अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। साथ ही बिष्टुपुर थाने को भी सूचना दी। बिष्टुपुर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम अस्पताल भेज दिया। समाचार लिखे जाने तक शव की पहचान नहीं हो सकी थी। टाटा स्टील प्रबंधन ने बताया कि शव की पहचान की कोशिश की गई है। शव के पास से कंपनी का गेट पास अथवा अन्य कोई पहचान पत्र नहीं मिला है। इस वजह से इतना तय है कि शव कंपनी से जुड़े किसी व्यक्ति का नहीं है। इधर, आशंका जतायी जा रही है कि रात में नोवामुंडी, जोड़ा समेत अन्य जगहों से कच्चा माल लेकर आने वाली मालगाड़ी में गुपचुप तरीके से बैठकर व्यक्ति चोरी की नियत से प्लांट में घुसा होगा। इसी क्रम में मालगाड़ी की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई होगी। हालांकि शव को देखकर यकीन से यह कहना मुश्किल है।

छिपकर प्लांट में घुसते हैं चोर

टाटा स्टील में प्रति दिन हर क्भ् से ख्0 मिनट पर मालगाड़ी लौह अयस्क, चूना पत्थर आदि कच्चा माल लेकर प्रवेश करती है। सभी मालगाडि़यों की सुरक्षा कर्मी चेकिंग करते हैं। इसके बावजूद कई बार चोर सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देकर प्लांट के भीतर घुसने में सफल हो जाते हैं। बताया जाता है कि मालगाड़ी के दो पहिए के बीच में खाली जगह रहती है। इसमें चोर बड़े आराम से सोकर रात में प्लांट के भीतर घुस जाते हैं। इसके बाद माल टपाकर उसी मालगाड़ी से बाहर निकल आते हैं। आशंका जतायी जा रही है कि इसी दरम्यान गिरने से उक्त व्यक्ति मालगाड़ी की चपेट में आ गया। मालगाड़ी में करीब भ्ब् बोगियां होती हैं। चलती गाड़ी में सभी बोगियों की जांच नहीं हो पाती। इसी का फायदा चोर उठाते हैं। टाटा स्टील में पूर्व में इस तरह घुसते हुए कई चोर पकड़े गए हैं।

मृतक की शिनाख्त नहीं हो पायी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामला हत्या, आत्महत्या अथवा दुर्घटना का है, यह रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।

-बिष्टुपुर थाना प्रभारी

मृतक टाटा स्टील का कर्मचारी नहीं प्रतीत हो रहा है। उसके पास से कोई पहचान पत्र नहीं मिला है। फिर भी कंपनी अपने स्तर से पड़ताल कर रही है।

-कॉरपोरेट कम्युनिकेशन विभाग, टाटा स्टील।