कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Bollywood News : बॉलीवुड के हैंडसम हंक विक्की कौशल, हर कोई उनकी पर्सनालिटी का दीवाना है। विक्की का बचपन भले ही चॉल में बीता हो पर आज ये शौहरत उन्हें उनकी काबिलियत के दम पर ही मिली है। बिना किसी नेपोटिज्म के। फिल्मों में आने से पहले विक्की ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की। लेकिन ये पढ़ाई करते करते उन्हे पता चल गया कि वो 9 टू 5 जाब कल्चर के लिए नही बने हैं। विक्की को शुरू से ही फिल्म इंडस्ट्री में काफी इंटरेस्ट था क्योंकि उनके पापा श्याम कौशल भी फिल्म इंडस्ट्री में एक्शन डायरेक्टर हैं। इसलिए इंजीनियरिंग खत्म होने के बाद विक्की ने एक्टिंग क्लासेस ज्वाइन की और ऑडिशन देने शुरू कर दिए।

फिल्म मसान से चमकी किस्मत
विक्की कौशल 2012 में हिट रही फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' में असिस्टेंट डायरेक्टर थे। इसके बाद वो बतौर एक्टर फिल्म 'लव शव ते चिकन खुराना' में नजर आए। हालांकि न तो फिल्म चली और न ही विक्की का लक। इसके बाद 2015 में एकदम से सब कुछ बदल गया। फिल्म मसान में विक्की का डायलाग 'ये दुख काहे खत्म नहीं होता बे' आज भी लोगों की जुबान पर चढ़ा है। इस फिल्म में उनकी एक्टिंग को काफी पसंद किया गया और उनकी लाइफ के दुख भी खत्म हो गए। वर्क फ्रंट की बात करें तो विक्की 2 जून को रिलीज हो रही फिल्म 'जरा हटके जरा बचके' में सारा अली खान के साथ नजर आएंगे।

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