खेल रहे बच्चों को कूड़े में मिला बम

यहां तो अब बम ऐसे मिलने लगा जैसे इसकी खेती की जा रही हो। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और उससे एफीलिएटेड कॉलेजेज में चुनाव की घोषणा के बाद जहां देखो वहीं शुरू हो जा रही है बमबाजी। देशी बमों से भरा ऐसा ही एक पैकेट कुछ अराजकतत्वों ने एनी बेसेंट स्कूल कैंपस में रख दिया। दुर्भाग्य से वह मासूम बच्चों के हाथ आ गया। खेलने के दौरान एक बम ब्लास्ट हुआ और तीन बच्चे उसकी चपेट में आ गए। इसमें से दो को चेहरे और हाथ में काफी चोटें आई हैं। इसकी जानकारी होने के बाद खुद एसएसपी बीडीएस के साथ स्पॉट पर जांच के लिए पहुंच गए।

लकड़ी चुनने पहुंचे थे बच्चे

एनी बेसेंट इंटर कालेज कैंपस में बड़ा ग्राउंड भी है। किनारे पेड़ और झाडिय़ा हैं। इसी ग्राउंड पर थर्सडे को कुछ बच्चे खेलते हुए पहुंच गए। इसी दौरान झाड़ी के पास उन्हें एक पॉलीथिन मिली। उसमें चार बम रखे हुए थे। आकार के चलते बच्चों ने उसे गेंद समझ लिया और खेलने लगे। चार साल की सौम्या ने एक बम उठाया और रस्सी को खोलना शुरू कर दिया। उस रस्सी लेकर एक डंडे में लपेटने लगी। उसके साथ खेल रहा पांच साल का दिलशाद बाल को लेकर उलझाने लगा।

ब्लास्ट होते ही मचा हड़कंप

खेल खेल के दौरान दिलशाद ने उसे दीवार पर मार दिया। दीवार पर पड़ते ही वह ब्लास्ट कर गया। ब्लास्ट की आवाज से वहां हड़कंप मच गया। चार दीवार के पास मौजूद चार बच्चे खून से लतपथ चिल्ला रहे थे। दिलशाद के सिर और चेहरे पर बम के छर्रे लगने से लगातार ब्लड गिर रखा था। उसका चेहरा पूरा खून से भर गया था। सौम्या के हाथ में ज्यादा चोट लगी थी। रजित को भी छर्रें लगे थे लेकिन वह ज्यादा गंभीर नहीं था।

जांच के लिए पहुंचे ऑफिसर

बम ब्लास्ट होने की सूचना किसी ने पुलिस कंट्रोल रूम में दी। मौके पर कर्नलगंज पुलिस के साथ एसएसपी उमेश श्रीवास्तव भी पहुंच गए। बीडीएस टीम भी बुला ली गई। जांच में बीडीएस को तीन-चार और बम मिले जिसे उन्होंने अपने कब्जे में लेकर पानी में डालकर निष्क्रिय कर दिया। पुलिस ने जख्मी हालत में मिले बच्चों को बेली हॉस्पिटल पहुंचाया। डॉक्टर्स के मुताबिक तीनों खतरे से बाहर हैं। इसके बाद सभी ने चैन की सांस ली।

एयू चुनाव का मामला

एसपी क्राइम ने बताया कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी चुनाव के बाद से तलाशी अभियान चल रहा है। हॉस्टल और लॉज में पुलिस रात में अचानक चेकिंग कर रही है। दबिश देकर तलाशी ली जा रही है। खास कर उन जगहों पर जहां पर किसी अपराधी प्रवृति के छात्र के छिपे होने की सूचना मिल रही है। सलोरी और छोटा बघाड़ा में भी झड़प हो चुकी है। चेकिंग से डर कर लड़कों ने झाडिय़ों में बम छिपा दिया होगा। हालांकि, पुलिस अभी जांच में जुटी है और जांच के बाद ही क्लीयर होगा कि असली माजरा क्या है।

पहले भी हो चुका है ऐसा

शहर में ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब गली या झाड़ी में बम मिला है और बच्चे जख्मी हुए हैं। हर साल इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं। कुछ माह पहले ही धूमनगंज एरिया में ऐसा ही हुआ था जिसमें दो बच्चे जख्मी हुए थे। अगले दिन वहां पर पुलिस को एक और प्लास्टिक बम मिला जिससे बम डिस्पोजल यूनिट ने जांच के बाद निष्क्रिय किया था। इससे पहले करेली, अतरसुइया और कटरा एरिया में इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं।

विवादित प्रापर्टी से जुड़ा मामला तो नहीं

एनी बेसेंट इंटर कालेज के कैंपस ग्राउंड के कार्नर पर एनी बेसेंट पुलिस चौकी है इसी कैंपस के अंदर कुछ सालों से प्रापर्टी का विवाद चल रहा है। शहर के कई बड़े दिग्गज उस पर अपना मालिकाना हक जताते हैं। कुछ दिन पहले ही एडवोकेट अभिषेक मिश्रा ने आरोप लगाया था कि कुछ लोग मिड नाइट के बाद उनके घर पर पहुंचे और गोलियों और बमों की बौछार कर दी। पुलिस की गाड़ी की आवाज सुनकर बदमाश भाग निकले। उसके बाद से वहां का माहौल संवेदनशील बन गया। इस मामले में पुलिस ने कई दिग्गजों के खिलाफ संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।