शौचालय के भीतर प्रेमिका को मारी गोली, आन द स्पॉट मौत

प्रधानाचार्य सहित चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज, पूछताछ के लिए चार उठाए गए

ALLAHABAD: जिसे वह बेवफा मान चुका था? वह किस हद तक इस स्थिति के लिए जिम्मेदार थी। यह बताने के लिए वह अब इस दुनिया में नहीं रही। परिवार वालों के दबाव में उसने प्रेमी की इच्छा के विपरीत जाकर सगाई जरूर कर ली थी। यही उसके लिए गुनाह बन गया। प्रेमी ने उसके साथ दिवाली से पहले खून की होली खेल डाली। इश्क का दंभ भरने के साथ जीवन भर साथ निभाने का दावा करने वाला प्रेमी उसे सजा-ए-मौत देकर खुद भाग निकला। माहौल बनाने के लिए उसने खुद ही अपनी बाइक को आग के हवाले कर दिया। यह नाटक भी उसने खुद को गांव वालों के हाथ पड़ने से बचने के लिए किया। घटना से गांव वालों के साथ पुलिस भी सन्नाटे में आ गई। थाने में कराई गई पंचायत पर सवाल खड़े हो गए हैं। मामला हंडिया एरिया का है। मामले में प्रेमी समेत कुल चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस ने पूछताछ के लिए चार लोगों को उठाया है।

चार बहनों में सबसे छोटी

हंडिया तहसील के सैदाबाद बाजार के समीप स्थित पूरे खुदी गांव के निवासी हीरालाल दिल्ली में रहकर नौकरी करते हैं। उनकी चार बेटियां हैं। 17 वर्षीय बेटी शैल कुमारी चार बहनों में सबसे छोटी बेटी थी। अन्य तीनों की शादी हो चुकी है। साल भर पहले शैल कुमारी ने शिक्षा संस्थान इंटर कालेज में प्रवेश लिया था। उसे इस साल इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल होना था। स्कूल आने-जाने के दौरान ही उसकी पड़ोस के रहने वाले शैलेश कुमार से आंख लड़ गई। दोनो एक-दूसरे को अच्छे लगे तो बात शुरू हो गई और फिर सबसे छिप छिपाकर मिलना जुलना शुरू हो गया। इश्क छिपाए कहां छिपता है। धीरे-धीरे इसकी चर्चा पूरे गांव में हो गई। परिवार के लोगों तक इसकी चर्चा पहुंची तो दोनों परिवारों ने मिल-जुलकर गांव की इज्जत बताकर इसे रफा-दफा करने का प्रयास किया। शैल तो परिवार के दबाव में आ गई लेकिन शैलेष इसके लिए तैयार नहीं हुआ।

कोर्ट मैरिज कर चुके थे दोनों

पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे शैल के भाई दान बहादुर ने बताया कि शैलेष की हरकतों की शिकायत उन्होंने पुलिस से भी की थी। इसके बाद पुलिस ने चौकी में पंचायत बुलाई थी। यहां शैलेष ने पुलिस को साक्ष्य के रूप में कोर्ट मैरिज का सार्टिफिकेट दिखाया और शैल का साथ छोड़ने से मना कर दिया। इसके बाद भी पुलिस के दबाव में वह किसी तरह से शांत हो गया। आन द स्पॉट तो शैलेष ने कोई रिएक्शन नहीं दिया लेकिन वह शैल से दूर नहीं हो सका। वह उससे मिलने की कोशिश भी करने लगा। शैल के परिवारवालों को इस स्थिति से बाहर आने का एक मात्र रास्ता उसकी शादी कहीं अन्यत्र करने के रूप में दिखाई देने लगा। पिता ने बात की और धन तुलसी के रहने वाले पोस्टमैन राजेन्द्र के बेटे से उसका रिश्ता तय भी हो गया। बाकी बातें फाइनल हो जाने पर सोमवार को शैल की सगाई कर दी गई। इसकी भनक शैलेष को लगी तो वह आपा खो बैठा।

भोर में ही छिप गया था खेत में

पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे लोगों के अनुसार शैलेष भोर में ही शैल के घर से कुछ ही दूरी पर स्थित बाजरे के खेत में असलहा लेकर पहुंच गया था। वह इंतजार कर रहा था शैल के शौचालय जाने का। सुबह जैसे ही वह शौचालय में पहुंची पीछे से शैलेष भी भीतर घुस गया और सीने पर असलहा सटाकर गोली मार दी। गोली लगते ही शैल खून से लथपथ होकर गिर गई। जब तक लोग पहुंचते वह दम तोड़ चुकी थी। आरोप है कि उसके साथ चचेरा भाई ज्ञानेन्द्र उर्फ विकी, चाचा प्रधानाचार्य राजमणि एवं पिता जवाहर लाल भी उसके साथ थे। इसी के आधार पर चारों को नामजद किया गया है। उधर, प्रेमिका को गोली मारने के बाद शैलेष अपने घर पहुंचा। बाइक में चाभी न देख वह घरवालों पर गरम हो गया। चाबी मिलने में देर होने पर उसने पास में रखे शाबर से बाइको को तोड़-फोड़ करते हुए काट दिया और लालटेन से मिटटी का जेल डाल कर आग लगा दिया। इसके बाद पैदल ही भाग निकला।

अफसर पहुंचे स्पॉट पर

घटना की सूचना आग की तरह पूरे इलाके में फैली। पुलिस तक पहुंची तो अफसर सकते में आ गए। चौकी प्रभारी सैदाबाद सुनील यादव, इंस्पेक्टर राकेश सिंह, सीओ हंडिया मुईन अहमद, एसडीएम धीरेन्द्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंच गए। बाडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाने के बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम को लगा दिया गया। प्रधानाचार्य राजमणि, विकी, प्रिंसू एवं अंशू को पुलिस ने पूछताछ के लिए उठा लिया है।

युवती का आरोपी युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। परिजनों ने आपसी समझौते के आधार पर मामले को दबा दिया। युवक इससे सहमत नहीं था तो उसने सुबह लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी। मुकदमा दर्ज कर अरोपी की तलाश की जा रही है।

-राजेश श्रीवास्तव,

एसपी गंगापार पुलिस