- ड्राइवरों के वर्दी में न आने और लगातार बसों के खड़ी होने से शुरू हुई परेशानी

LUCKNOW: कभी ड्राइवर वर्दी में नहीं है तो कभी गाड़ी फिट नहीं है। ऐसे में एक-एक कर गाडि़यां खड़ी हो रही हैं। ड्राइवर और कंडक्टर भी परेशान हैं। जबकि अगले माह से त्योहारों का सीजन शुरू होना है और बसों में यात्रियों की भीड़ अधिक होगी। ऐसे में बसों में सीट के लिए अभी से पैसेंजर को परेशान होना पड़ रहा है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार यह समस्या कुछ दिनों की है। जब सभी बसें मेनटेन हो जाएंगी तो संचालन प्रभावित नहीं होगा।

20 बसें रोज हो रही खड़ी

कैसरबाग डिपो से डेली 90 बसों की आउट शेडिंग है। जो अब 65 पर पहुंच गई है। वहीं अवध डिपो की भी 20 से अधिक बसें रोज खड़ी हो रही हैं। चारबाग, आलमबाग डिपो के साथ ही सभी डिपो का यही हाल है। उप नगरीय डिपो में भी बसों के संचालन को लेकर परेशानी आ रही है। ड्यूटी क्लर्क भी परेशान हैं कि ड्राइवरों और कंडक्टरों को ड्यूटी पर कैसे भेजें।

अनुबंधित बसें भी बेपटरी

डिपो के अधिकारियों ने बताया कि ड्राइवर और कंडक्टर वर्दी में नहीं आते हैं तो उसे ड्यूटी नहीं दी जाती है। 300 किमी से अधिक दूरी पर दो ड्राइवर न होने पर यात्रा रद करनी पड़ रही है। मामला यहीं तक सीमित नहीं है। तीन लोगों के सिग्नेचर के बाद बसों को बाहर निकालने से भी दिक्कतें आ रही हैं। फोर मैन से लेकर एआरएम तक बिना साफ हुई हुए बसें रूट पर नहीं भेज रहे हैं। अनुबंधित बसों का भी संचालन प्रभावित हो रहा है।

कोट

परेशानी कुछ दिनों की है। बसें मेनटेन होती जाएंगी, तो संचालन सुधरता जाएगा। ड्राइवरों को भी वर्दी की आदत पड़ जाएगी।

राजेश वर्मा

मुख्य प्रधान प्रबंधक संचालन

परिवहन निगम

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रूट नहीं हो रहा परिवर्तित

परिवहन निगम के अधिकारियों के अनुसार बड़ी समस्या रूट न बदले जाने को लेकर आ रही है। अभी जिस रूट पर भीड़ होती थी बसों को वहां भेजा जाता था। अब कोई भी रूट परिवर्तन नहीं किया जा रहा है। जो ड्राइवर जिस रूट का है, उसे उसी पर भेजा जा रहा है, भले ही बस अड्डों से पैसेंजर्स वापस लौट जाएं।

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नहीं रद होंगी छुट्टियां

अगस्त में कई छुट्टियां हैं। इसमें बकरीद, रक्षा बंधन, 15 अगस्त और जन्माष्टमी की छुट्टी शामिल है। इसे देखते हुए हर साल ड्राइवरों और कंडक्टरों की छुट्टियां रद की जाती हैं। इस बार जब बसें नहीं होंगी तो छुट्टियां कैंसिल करने की जरूरत नहीं होगी।