एमडी का दावा, तीन साल में लॉस से प्रॉफिट में लाये ब्रिडकुल को

देहरादून।

प्रदेश सरकार ब्रिडकुल के एमडी मनोज सेमवाल का कार्यकाल बढ़ाना भूल गई। सरकार भूल गई या जबरन भुला दिया गया, लेकिन मनोज सेमवाल कार्यकाल खत्म होने के 20 दिन बाद भी एमडी की कुर्सी पर बैठकर फाइनेंशियल पावर का इस्तेमाल कर रहे हैं। सत्ता के गलियारों में इनके कार्यकाल न बढ़ाने को लेकर कई चर्चाएं हैं। सुगबुगाहट ये भी है कि सरकार उनका कार्यकाल बढ़ाने में इंटरेस्टेड नहीं है।

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डेप्यूटेशन पर आये थे

आईआरएसईई संवर्ग के मनोज सेमवाल ब्रिडकुल में तीन वर्ष के लिए डेप्यूटेशन बुलाये गए थे। इसके बाद दो वर्ष के लिए कार्यकाल बढ़ाने को लेकर राज्यपाल को प्रस्ताव भेजा गया। राज्यपाल ने इसे एक वर्ष करके 31 जनवरी 2020 तक कर दिया। इसे लास्ट एक्सटेंशन कहा गया। इस हिसाब से 31 जनवरी को उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है।

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ऐसे लाए लॉस से प्रॉफिट में

एमडी ने बताया कि जब उन्होंने ज्वाइन किया था तो ब्रिडकुल पांच करोड़ के लॉस में था। जिसे पूरा कर प्रॉफिट में लाया गया। तीन साल में प्रॉफिट डेढ़ सौ परसेंट बढ़ा दिया है। पिछले साल टर्नओवर जहां 60 करोड़ था, वह इस साल करीब 75 करोड़ होगा।

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ये रही उपलब्धियां

--पिथौरागढ़ एयरपोर्ट का निर्माण

-- बेस हॉस्टिपल का निर्माण

-- यूसेक बिल्डिंग का निर्माण

-- पहली ग्रीन बिल्डिंग के तौर पर खाद्य भवन का निर्माण

-- पीएमजीएसवाई की सौ करोड़ की सड़कों का निर्माण कार्य चल रहा है।

मेरे मूल विभाग ने एक साल और बढ़ाने को लेकर एनओसी दी है। अब ये सरकार की मंशा पर तय करता है कि कब बढ़ाएंगे। मेरे कार्यकाल में ब्रिडकुल लॉस से प्रॉफिट में आया है।

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