-हाइऐस्ट लेवल के करीब पहुंचने की ओर गंगा, एक सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा जलस्तर

-दहशत में गंगा व वरूणा किनारे वासी, अलर्ट मोड पर जिला प्रशासन

खतरे का लाल निशान पार कर चुकी गंगा अब हाईऐस्ट लेवल के करीब पहुंचने की ओर बढ़ रही हैं। एक सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही गंगा का जलस्तर शुक्रवार की रात 71.75 मीटर दर्ज किया गया। लगातार बढ़ रहे जलस्तर के चलते गंगा और वरूणा किनारे तटीय एरिया में लोग दहशत में हैं। एनडीआरएफ व पीएसी सहित पुलिस की अलग-अलग टीमें वरूणा आर-पार राहत व बचाव कार्य में 24 घंटे तैनात हैं। उधर, सामनेघाट की तीन दर्जन से अधिक कालोनियों में गंगा का पानी पहुंच गया है। गायत्री व मारूति नगर सहित वैष्णो विहार में तो स्थिति एकदम खौफनाक हो गई है। दो मंजिला मकान तक को पानी डुबाने की कोशिश कर रहा है। कमोबेश यही हालात वरूणा पार इलाके की भी है।

हाइऐस्ट लेवल अब नहीं दूर

1978 में आई बाढ़ के मुताबिक गंगा का हाइऐस्ट लेवल 73.90 मीटर दर्ज है। साल 2013 में बाढ़ ने चेतावनी बिंदु पार कर दिया था। इस दौरान कई इलाके जलमग्न हो गये थे। जिस तरह से जलस्तर बढ़ रहा है उससे आशंका जताई जा रही है कि आने वाले तीन चार दिनों में हाईऐस्ट लेवल को गंगा लांघ जाएंगी। हालांकि जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ बाढ़ग्रस्त इलाकों में पीडि़तों के लिए राहत बचाव कार्य कर रहा है।

सड़कों पर चल रही नावें

सामनेघाट की दर्जनों कालोनियां जलमग्न हो गई हैं। गायत्री नगर कालोनी, मारुती नगर कालोनी, वैष्णों नगर कालोनी, रत्‍‌ना विहार, तारानगर, हरिओम नगर, शिवराज कालोनी, शिवा एक्सटेंशन, महेश नगर आदि कालोनियों में नावें चल रही हैं। नगवां, रमना, मदरवा आदि कई एरिया जलमग्न हो चुके हैं। लौटूबीर, सीर गोवर्धनपुर तक गंगा आ गयी हैं। रविदास मंदिर के पीछे करीब मौजूद दो दर्जन कालोनियों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है।

वरुणा भी लगी है डराने

वहीं, वरुणा नदी में बाढ़ से किनारे वालों में हाहाकार मचा हुआ है। सलारपुर, पुरानापुल, पुलकोहना, सरैया, कोनिया सहित रजा कॉलोनी समेत दो दर्जन इलाकों में वरुणा का पानी बढ़ता जा रहा है। किनारे पर बसे लोग जान-माल की सलामती के लिए दुआख्वानी कर रहे हैं। जिला प्रशासन की टीम ने कोनिया, पुलकोहना आदि इलाकों में बाढ़ पीडि़तों में राहत सामग्री बांटी।