ऑप्शनल बॉयोलॉजी विषय से भी नहीं भर पाएंगे फार्म

नीट 2018 के लिए बदले कई नियम, स्टूडेंट्स हैरान-परेशान

>Meerut। पूरे देश में 6 मई को नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट)का एग्जाम है। लेकिन उससे पहले ही सीबीएसई ने एक नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। जिसमें स्पष्ट किया गया है कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपेन स्कूलिंग (एनआईओएस) से पढ़ने वाले व बॉयोलॉजी और बॉयोटेक्नोलॉजी को एडिशनल सब्जेक्ट के रूप में पढ़ने वाले सभी स्टूडेंट्स को इस बार नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट) में नहीं बैठने दिया जाएगा। ऐसे में कई छात्रों का डॉक्टर बनने का सपना दम तोड़ता नजर आ रहा है। हालांकि छात्र इस फैसले को रिवाइज करने की मांग कर रहे हैं।

यह है तर्क

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) की ओर से इस संबंध में तर्क दिया गया है विज्ञान के विषयों में प्रैक्टिकल परीक्षा जरूरी है। जबकि एनआईओएस की ओर से विषयों में प्रैक्टिकल कराएं ही नहीं जाते हैं। ऐसे में बच्चों की कार्यक्षमता और सोचने-समझने की शक्ति पर फर्क पड़ता है। हालांकि इस फैसले के बाद मेडिकल के लिए तैयारी कर रहे कई छात्रों का भविष्य दंाव पर लग गया है। बड़ी बात यह है कि एनआईओएस वाले स्टूडेंट्स को आयुष व वेटेरनरी कोर्सेस के आवेदन के लिए भी अपात्र घोषित कर दिया है।

कई छात्र दो-तीन साल से तैयारी में जुटे थे। बिना पूर्व जानकारी के ऐसे निर्देश जारी कर देना पूरी तरह से बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ ही है।

कर्मवीर सिंघल, संचालक, कर्मवीर कोचिंग क्लासेज

यह पहली बार ऐसा हुआ है। बच्चे काफी तनाव और डिप्रेशन में आ गए हैं। करीब 150 स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जिनका फ्यूचर दांव पर लग गया है।

परमवीर सिंघल, संचालक, परमवीर कोचिंग क्लासेज

मेडिकल के छात्रों को बॉयो मेन सब्जेक्ट के तौर पर पढ़ना चाहिए यह ठीक बात है लेकिन स्टूडेंट्स पहले से चली आ रही बोर्ड की गाइडलाइन को ही फॉलो कर रहे हैं। नए निर्देश तुरंत आए हैं।

रिशी त्यागी, फिजिक्स एक्सपर्ट, डीओटी इंस्टीट्यूट

इस तरह के तुरंत निर्देशों से हम काफी डिप्रेस हैं। दो साल से तैयारी कर रहे हैं, अब समझ ही नहीं आ रहा है कि क्या करें। हमारा भविष्य क्या होगा।

पम्मी, स्टूडेंट

हमारी तैयारी बेकार हो गई है। बिना विकल्प दिए ऐसा फैसला बोर्ड कैसे ले सकता है। इस फैसले को रिवाइज किया जाना चाहिए।

शांतनु, स्टूडेंट

यह भी जरूरी

फुल स्लीव्ज शर्ट व हाई हील फुटवियर्स

केंद्र पर अंगूठी, झुमके, व चेन पर प्रतिबंध

ड्रेस कोड लागू।

बड़े बटन की शर्ट, ब्रोच आदि पर बैन।

परंपरागत ड्रेस के लिए एक घंटे पहले देनी होगी सूचना।

इन चीजों पर रहेगा प्रतिबंध-

किसी भी तरह की मुद्रित या लिखित सामग्री, पैंसिल बॉक्स, प्लास्टिक पाउच, कैलकुलेटर, पेन, स्केल, पेन ड्राइव, इरेजर, मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, ईयरफोन, माइक्त्रोफोन, हेल्थ बैंड के साथ नो एंट्री।

टोपी, बेल्ट, बटुआ, हैंडबैग, घड़ी/कलाई घड़ी, कैमरा नहीं ले जा सकेंगे।