RANCHI: रिम्स में दलालों की एंट्री पर रोक के सीएम के आदेश के बावजूद उनका कब्जा जारी है। बार-बार कोशिशों के बावजूद ये लोग खुलेआम मरीजों को अपना निशाना बना रहे हैं। यही वजह है कि दलाल ओपीडी में मरीजों के बाहर निकलते ही उन्हें पकड़ लेते हैं। इतना ही नहीं, दवा दिलाने और टेस्ट कराने के नाम पर भी उन्हें लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। इसके बावजूद दलालों को रोकने के लिए प्रबंधन की ओर से कोई खास इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। वहीं पुलिस भी उनपर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

आदेश के बावजूद रोक नहीं

हेल्थ सेक्रेटरी के आदेश दिए जाने के बाद कुछ दिनों तक तो रिम्स में दलाल नजर नहीं आए। लेकिन समय बीतने के साथ ही ये लोग एकबार फिर से एक्टिव हो गए है। वहीं पुलिस डीएक्टिव मोड में चली गई है। इससे डॉक्टरों और स्टाफ के मिलीभगत से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

एक्शन नहीं होने से डर खत्म

सिक्योरिटी एजेंसी के जवान और सुपरवाइजर अक्सर दलालों को पकड़ते हैं। इसके बाद दलालों को पुलिस को सौंप दिया जाता है कि उनपर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन पुलिस भी उनपर कोई कार्रवाई नहीं करती। वहीं कुछ समय बाद दलालों को थाने से ही छोड़ दिया जाता है। इसी बात का फायदा उठाकर दलाल मरीजों को ठगने का काम कर रहे हैं। आखिर किसी तरह की कार्रवाई का डर जो नहीं है। साथ ही वे जानते हैं कि पकड़े जाने पर दोबारा आसानी से छूट जाएंगे।

कंप्लेन करने वालों को डराती है पुलिस

दलालों से लूटने की शिकायत कई बार बरियातू थाना में की जाती है। इसके बाद पुलिस कंप्लेन करने वालों को डराकर भगा देती है। पुलिस कहती है कि केस लड़ने के लिए रांची आना पड़ेगा। यह सब कहकर पुलिस कंप्लेन भी वापस करा देती है। ऐसे में बिना आधार के पुलिस को भी कार्रवाई करने की टेंशन नहीं होती।

क्या है मामला

रिम्स के न्यूरो सर्जन डॉ सीबी सहाय के ओपीडी में देवघर से एक मरीज को देखने के बाद दवाएं लिखी गई। ओपीडी से बाहर निकलते ही भारत मेडिकल स्टोर के राजू ने उसे रोक लिया। वहीं सस्ती दर पर सारी दवाइयां दिला देने की बात कहकर दुकान ले गया। जब मरीज डॉक्टर को दवाइयां दिखाने पहुंचा तो डॉक्टर ने बताया कि सिर्फ एक दवा ठीक है। बाकी लिखी दवाएं नहीं हैं। इससे मरीज का इलाज प्रभावित हो सकता है। इसके बाद परिजन ने सारी बातें बताई और डॉक्टर ने सिक्योरिटी गार्ड को दलाल को पकड़ने के लिए भेजा। दलाल ओपीडी कांप्लेक्स में ही था तो उसे तत्काल धर दबोचा गया।