- टीचर्स की उपस्थिति को परखने के लिए बीएसए ने किया परिषदीय स्कूलों का दौरा

Meerut : बेसिक शिक्षा अधिकारी ने परिषदीय स्कूलों में टीचर्स की मनमानी पर लगाम कसनी शुरू कर दी है। पिछले दो दिन में किए निरीक्षण के दौरान बीएसए ने टीचर्स की उपस्थिति का टेस्ट किया है। निरीक्षण कर बीएसए ने ऐसे हेडमास्टरों के वेतन पर कैंची चलानी भी शुरू कर दी है, जो स्कूल टाइम के समय उपस्थित नहीं मिले हैं और जो टीचर्स पढ़ाई में लापरवाही दिखाते मिले हैं। बीएसए ने उपस्थिति एवं शिक्षण गुणवत्ता निरीक्षण कर 33 टीचर्स पर कार्रवाई भी कर दी है।

65 स्कूलों का निरीक्षण

बीएसए मोहम्मद इकबाल ने अभी तक 65 स्कूलों में टीचर्स की उपस्थिति व पढ़ाई की गुणवत्ता का निरीक्षण कर दिया है। इन स्कूलों में 33 टीचर्स की पढ़ाई के प्रति लापरवाही देखने में आई। बीएसए ने जब स्कूलों में टीचर्स की उपस्थिति का निरीक्षण किया तो लगभग 27 हेडमास्टर परिषदीय स्कूलों से गायब मिले थे, जिनकी अनुपस्थिति होने की वजह से बीएसए ने तुरंत उनका वेतन रोकने का एक्शन ले लिया है। वही छह टीचर ऐसे थे, जिनमें से कुछ स्कूल टाइम से लेट पहुंचे और कुछ ऐसे थे, जिनकी शिक्षा गुणवत्ता में कमी देखने में आई है। ऐसे टीचर्स को बीएसए ने कठोर चेतावनी दी है।

निरीक्षण के दौरान काफी टीचर्स ऐसे थे, जो स्कूल में उपस्थित ही नहीं थे। ऐसे टीचर्स का वेतन रोक दिया गया है। अगर कोई टीचर इस तरह की लापरवाही करता है तो उसके प्रति सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मोहम्मद इकबाल, बीएसए