एचएलआर लिंक में आई गड़बड़ी

सिम को कनेक्ट करने के लिए होम लोकेशन रजिस्टर (एचएलआर) सेंट्रल डाटाबेस का यूज करता है, जिसके थ्रू मोबाइल यूजर नेटवर्क का यूज करने के लिए ऑथराइज हो जाता है। फ्राइडे को वाराणसी से जुड़ा एचएलआर लिंक जिससे गोरखपुर समेत कई अदर जिलों का बीएसएनएल नेटवर्क वर्क करता है, फेल हो गया जिससे कि बीएसएनएल नेटवर्क गुल हो गया। इस दौरान कॉल, मैसेज, इंटरनेट जैसे सभी फैसिलिटी पर चार घंटे तक ब्रेक लग गया।

20 लाख यूजर्स रहे परेशान

बीएसएनएल का लिंक फेल हो जाने की वजह से बीएसएनएल के एक दो नहीं बल्कि पूरे 20 लाख से ज्यादा लोग परेशान रहे। इसमें सिर्फ सिटी की बात करें तो इससे 5 लाख से ज्यादा मोबाइल यूजर को दिक्कतें फेस करनी पड़ी। वाराणसी में लिंक फेल होने की वजह से वाराणसी का सर्वर तो इफेक्टेड रहा ही, साथ ही गोरखपुर, इलाहाबाद, मऊ, आजमगढ़, देवरिया, बस्ती और बलिया के लोगों को भी नेटवर्क की प्रॉब्लम से दो-चार होना पड़ा। वाराणसी और इलाहाबाद सर्किल में भी गोरखपुर से ज्यादा बीएसएनएल यूजर्स हैं।

सरकारी महकमा भी टेंशन में

बीएसएनएल मोबाइल सर्विस में प्रॉब्लम आने पर इसका सबसे ज्यादा असर सरकारी महकमे पर दिखा। पुलिस, एडमिनिस्ट्रेशन और बिजली विभाग के लोग खासे परेशान रहे। इन सभी से कॉन्टैक्ट करने मेंंपब्लिक को पसीने आ गए। सीयूजी नंबर्स के अलावा पब्लिक के पास कोई और नंबर न होने की वजह से कई बीएसएनएल यूजर्स कंपलेन के लिए परेशान रहे। सबसे ज्यादा प्रॉब्लम बिजली को लेकर फेस करनी पड़ी। कहने को भले ही मोबाइल चार घंटे के लिए डिस्टर्ब हुआ हो, लेकिन इस दौरान गोरखपुराइट्स के चेहरों पर शिकन साफ तौर पर देखी जा सकती थी।

नेटवर्क आने के बाद भी घंटों परेशान

बीएसएनएल का नेटवर्क आने के बाद भी बीएसएनएल यूजर्स को घंटो परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह 8 बजे बीएसएनएल यूजर्स की कनेक्टिविटी फेल हो गई। सिटी को करीब 4 घंटे के बाद दोपहर 12 बजे दोबारा कनेक्टिविटी मिल सकी। इसके बाद भी यूजर्स की प्रॉब्लम सॉल्व नहीं हुई। कनेक्टिविटी ठीक होने के बाद भी करीब 8-10 घंटे तक बीएसएनएल यूजर्स को एक कॉल करने के लिए कई बार फोन मिलाना पड़ रहा था। वहीं रीचार्ज के लिए परेशान लोगों को भी काफी प्रॉब्लम फेस करनी पड़ी, वहीं शॉपकीपर्स को भी इससे खासा नुकसान हुआ।

दो घंटे में चेंज हो गए 25 से ज्यादा सिम

नींद खुलते ही जब लोगों ने मोबाइल उठाया तो नेटवर्क गुल था, मैनुअल रजिस्ट्रेशन करने पर उनको 'नो नेटवर्क फाउंडÓ या 'नो एक्सेसÓ मैसेज शो करने लगा। नेटवर्क न आने से परेशान लोगों ने यह समझा कि उनका सिम खराब हो गया, इससे ऑफिस जाने वाले लोगों को खासी टेंशन हो गई। ऑफिस जाने से पहले उन्होंने बीएसएनएल ऑफिस का रुख किया। बीएसएनएल एंप्लाई ने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब मार्निंग में 25-30 लोग एक साथ पहुंचे हों, लेकिन किसी ने बजाए अपनी प्रॉब्लम बताने के खुद ही कहा कि सिम खराब हो गया और इसे रिप्लेस करने का प्रॉसेस पूछने लगे। मार्निंग दो घंटें में करीब 30 से ज्यादा सिम इशु किए गए। इसके बाद जब लोगों ने अपनी प्रॉब्लम बताई उसके बाद चेक करवाया गया तो पता चला कि यह प्रॉब्लम वाराणसी से हैं, लेकिन तब तक 25 से ज्यादा लोग सिम लेकर वापस लौट चुके थे।

नई मिली फाल्ट की सूचना, अफसरों से कटे

बीएसएलएन की सर्वर ठप हो जाने की वजह से जहां पब्लिक परेशान थी वहीं बिजली विभाग के अफसर भी काफी परेशान रहे। मोबाइल फोन बंद होने के कारण न तो किसी पब्लिक की कंप्लेन ही मिली और न ही किसी फाल्ट की सूचना मिल रही थी। अफसरों से भी फील्ड की अफसर नहीं संपर्क कर पा रहे थे। डिपार्टमेंट के  एसडीओ की माने तो फ्राइडे को जिस वक्त सर्वर डाउन था उस दौरान डेली 50 से ज्यादा फोन आ जाते थे।

बीएसएनएल के नेटवर्क में हर दो तीन मंथ में ऐसी परेशानी आ ही जाती है। फ्राइडे को भी यही हाल हुआ। नेटवर्क गायब होने की वजह से मन में डर सता रहा था कि अगर कहीं कोई फाल्ट हो गया और इसकी इंफॉर्मेशन नहीं मिल सकी तो पब्लिक कहीं हंगामा न खड़ा कर दे।

चंद्रशेखर चौरसिया, एसडीओ

100 नंबर भी हुआ ठप

इमरजेंसी सेवाएं भी अचानक ठप हो गई। पुलिस कंट्रोल रुम के फोन भी शांत पड़ गए। पुलिस कंट्रोल रुम का 100 नंबर भी नहीं काम कर रहा था। ऐसे में पब्लिक की सूचनाएं नहीं पहुंच सकीं। जरूरी कामों में वायरलेस सेट और दूसरी कंपनियों के मोबाइल फोन्स का यूज किया गया। ऐसा होने पर बीएसएनएल के खिलाफ एसमा के खिलाफ कार्रवाई के लिए पब्लिक पीआईएल दाखिल कर सकती है।

परेश पांडेय, एसपी सिटी

बेसिक फोन का बढ़ा भाव

सीयूजी के मोबाइल नंबर्स बंद होने से प्रशासन के अफसरों ने बेसिक फोन का यूज किया। पब्लिक की तरफ से कोई सूचना नहीं मिल सकी। बेसिक फोन के जरिए एक दूसरे से अफसर जुड़े रहे। मोबाइल शांत होने से अफसरों और कर्मचारियों में बैचेनी रही।

आरके तिवारी, सिटी मजिस्ट्रेट  

सुबह से बीएसएनएल का नेटवर्क शो नहीं कर रहा था, जिससे कि कॉल नहीं हो पा रही थी। इसकी वजह से मैं कई जरूरी कॉल न कर सका।

- मोनज

जिस तरह से फ्राइडे मार्निंग से बीएसएनएल ने परेशान किया है, उससे तो यही लगता है कि अब एक ऑप्शनल नंबर भी रखना पड़ेगा।

- आलोक

सुबह 8 बजे से चार घंटे तक बीएसएनएल नेटवर्क नहीं आया। इसके बाद आया भी तो कोई कॉल कनेक्ट नहीं हो पा रही थी। कई बार कॉल करने पर मुश्किल से एक कॉल कनेक्ट हो रही थी।

- संदीप श्रीवास्तव

नेटवर्क में प्रॉब्लम आने की वजह से मेरा इंटरनेट ठप्प रहा। मैंने बीएसएनएल का थ्रीजी डाटाकार्ड और थ्रीजी सिम ले रखा है। इससे मैं अपने ऑफिशियल वर्क करता हूं, लेकिन कई घंटे तक परेशानी का सामना करना पड़ा।

- आनंद

मार्निंग करीब 8 बजे वाराणसी से एचएलआर लिंक में प्रॉब्लम आ गई। इससे गोरखपुर समेत कई जिलों की कनेक्टिविटी फेल हो गई। वाराणसी में लगी इंजीनियर्स की टीम ने 4 घंटे के अंदर प्रॉब्लम को ट्रेस कर उसे सॉल्व कर लिया।

- टीएन शुक्ला, जीएम, बीएसएनएल

report by : syedsaim.rauf@inext.co.in